Mumbai Trans Harbour Link Inauguration: 2016 में आधारशिला, 2024 में उद्घाटन, भारत का सबसे लंबा पुल-सबसे लंबा समुद्री पुल, 21.8 किमी, 17840 करोड़ लागत, जानें और खासियत
By सतीश कुमार सिंह | Updated: January 12, 2024 12:59 IST2024-01-12T12:57:34+5:302024-01-12T12:59:40+5:30
Mumbai Trans Harbour Link Inauguration Live Updates PM Modi: भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल होगा, बल्कि सबसे मजबूत में से एक होगा, इसे भूकंप प्रतिरोधी तकनीक से बनाया गया है।

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Mumbai Trans Harbour Link Inauguration Live Updates PM Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज महाराष्ट्र दौरे पर हैं। प्रदेश को कई सौगात देंगे। 30500 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। पीएम ने नासिक से यात्रा की शुरुआत की। कालाराम मंदिर गए। इसके साथ रोड शो किया।
आईआईटी बॉम्बे के एक विशेषज्ञ ने बताया कि ऐतिहासिक अटल सेतु जिसका उद्घाटन आज प्रधानमंत्री मोदी मुंबई में करेंगे, न केवल भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल होगा, बल्कि सबसे मजबूत में से एक होगा, क्योंकि इसे भूकंप प्रतिरोधी तकनीक से बनाया गया है।
परियोजना को बनने में करीब छह साल लगे
अत्याधुनिक जापानी तकनीक से सुसज्जित मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल), जिसे अब ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु’ नाम दिया गया है। मुंबई और नवी मुंबई के बीच दो घंटे की यात्रा को कम करने में सुगम होगा। इस परियोजना को बनने में करीब छह साल लगे है।
आईआईटी बॉम्बे में सिविल इंजीनियरिंग के प्रमुख प्रोफेसर दीपांकर चौधरी ने बताया कि 21.8 किलोमीटर लंबे पुल को स्थान को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। मुंबई मध्यम भूकंप क्षति जोखिम क्षेत्र में आता है। इसे 6.5 तीव्रता तक के चार अलग-अलग प्रकार के भूकंपों का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है।
पुल की कल्पना 1963 से की जा रही है
2018 में इस परियोजना के लिए प्रमुख संस्थान को शामिल किए जाने के बाद छह से अधिक आईआईटी बॉम्बे विद्वानों की एक टीम ने पुल को डिजाइन करने पर काम किया। मुंबई और नवी मुंबई को जोड़ने के लिए एक पुल की कल्पना 1963 से की जा रही है, इसलिए हमें इस परियोजना का हिस्सा होने पर गर्व है।
17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इसका निर्माण किया गया
शहरी परिवहन अवसंरचना और संपर्क को मजबूत करके लोगों के आवागमन की सुगमता को बढ़ावा देने के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप मोदी मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल) का उद्घाटन करेंगे, जिसे अब ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु’ नाम दिया गया है। 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इसका निर्माण किया गया है।
16.5 किलोमीटर और जमीन पर लगभग 5.5 किलोमीटर
मोदी ने दिसंबर, 2016 में इस पुल की आधारशिला रखी थी। यह भारत का सबसे लंबा पुल और भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है। यह पुल लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किलोमीटर और जमीन पर लगभग 5.5 किलोमीटर है।
बयान में कहा गया है कि यह मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सीधा संपर्क प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच संपर्क में भी सुधार होगा।
मुंबई में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास होगा
इसमें कहा गया है कि नवी मुंबई में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ‘ईस्टर्न फ्रीवेज ऑरेंज गेट’ को मरीन ड्राइव से जोड़ने वाली सड़क सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे। 9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई जाएगी और यह मुंबई में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास होगा।
वह सूर्या क्षेत्रीय पेयजल परियोजना के पहले चरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। 1,975 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह परियोजना महाराष्ट्र के पालघर और ठाणे जिलों को पेयजल आपूर्ति प्रदान करेगी, जिससे लगभग 14 लाख लोगों को लाभ होगा। मोदी कई रेल परियोजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे।
वह ‘सांताक्रूज इलेक्ट्रॉनिक एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन’- विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईईपीजेड एसईजेड) के लिए 'भारत रत्नम' (मेगा कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर) का उद्घाटन करेंगे। इसमें विशेष रूप से दिव्यांग छात्रों सहित इस क्षेत्र के कार्यबल के कौशल विकास के लिए एक प्रशिक्षण स्कूल होगा। ‘मेगा कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर’ रत्न और आभूषण व्यापार में निर्यात क्षेत्र को बदलेगा और घरेलू विनिर्माण को भी मदद करेगा।



