मॉनसून के बाद दूध की कीमतों में हो सकती है कमी, बोले केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला
By आजाद खान | Updated: August 2, 2023 09:29 IST2023-08-02T09:22:22+5:302023-08-02T09:29:23+5:30
बता दें कि पिछले कई महीनों से दूध की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। यह बढ़ोतरी देश के लगभग के हर राज्य में देखने को मिला है।

फोटो सोर्स: ANI (प्रतिकात्मक फोटो)
नई दिल्ली: दूध के बढ़े हुए दाम को लेकर केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी राज्य मंत्री, परषोत्तम रूपाला ने खुशखबरी दी है। उन्होंने कहा है कि मॉनसून के खत्म होने के बाद दूध की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है। परषोत्तम रूपाला ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि पिछले कई महीने से चारे की कीमतों में कमी देखी जा रही है।
बता दें कि हाल में कर्नाटक सरकार ने राज्य के दूध ब्रांड नंदिनी की कीमतों में इजाफा एलान किया है। वहीं गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) जो लोकप्रिय ब्रांड नाम 'अमूल' के तहत अपने सार डेयरी प्रोडक्ट को बेचता है, उसने भी इसी साल अप्रैल में दूध की कीमतों में दो रुपए का इजाफा किया था।
दूध की कीमतों पर क्या बोले है परषोत्तम रूपाला
केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला के अनुसार, दूध जैसी जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव आम बात है। उन्होंने कहा है कि इस साल जनवरी, अप्रैल और जून में लगातार चारा की कीमतों में कमी को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में दूध की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि दूध की रेट में कमी मॉनसून के बाद देखने को मिल सकती है। उनके अनुसार, मॉनसून के खत्म होने के बाद और सर्दी के शुरू होने से पहले दूध उत्पादन में इजाफा देखने को मिलता है और फिर इसके बाद इसकी कीमत और सप्लाई स्थिर हो जाती है।
कच्चे दूध की कीमतों में लगातार हो रही है वृद्धि
बता दें कि डेयरी उद्योग कच्चे दूध की कीमतों में लगातार वृद्धि का अनुभव कर रहा है जो विभिन्न इनपुट लागतों में कई गुना वृद्धि के कारण अकेले पिछले दो महीनों में लगभग 3 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गई है।
ऐसे में चारे की बढ़ती हुई कीमतों के साथ कुछ उत्तरी राज्यों में कम बारिश के हालात को देखते हुए दूध की कीमतों में इजाफा देखा जा रहा है।