जोशी ने भूमिगत खदान में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर आकांक्षा कुमारी को बधाई दी
By भाषा | Updated: August 31, 2021 23:14 IST2021-08-31T23:14:22+5:302021-08-31T23:14:22+5:30

जोशी ने भूमिगत खदान में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर आकांक्षा कुमारी को बधाई दी
केंद्रीय कोयला और खान मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के उत्तरी करनपुरा क्षेत्र के चूरी में भूमिगत खदान में काम करने वाली पहली महिला खनन इंजीनियर बनने पर आकांक्षा कुमारी को बधाई दी। झारखंड के हजारीबाग जिले की रहने वाली आकांक्षा सीसीएल की पहली महिला खनन इंजीनियर हैं। खान मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक जोशी ने कहा कि आकांक्षा कुमारी की यह उपलब्धि महिलाओं को भूमिगत कोयला खदानों में काम करने की अनुमति देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार द्वारा लैंगिक समानता को बढ़ावा देने तथा उनके लिए और अवसर पैदा करने के कार्य में प्रगतिशील शासन का वास्तविक उदाहरण है। महिला कर्मचारी डॉक्टर से लेकर सुरक्षा गार्ड तक और यहां तक कि डंपर तथा बेलचा जैसी भारी मशीन एवं औजार चलाने तक की जिम्मेदारियों को निभाती रही हैं और हर भूमिका में उत्कृष्ट रही हैं। हालांकि, यह पहला अवसर है जब दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनियों में से एक की मुख्य खनन गतिविधि में इस तरह का प्रगतिशील बदलाव देखने को मिलेगा। आकांक्षा की उपलब्धि के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आकांक्षा महारत्न समूह कोल इंडिया लिमिटेड में दूसरी खनन इंजीनियर और भूमिगत कोयला खदान में काम करने वाली पहली महिला हैं। आकांक्षा ने सीआईएल का हिस्सा बनने से पहले राजस्थान में हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की बलरिया खान में तीन साल तक काम किया है।
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