International Trade Fair 2022: प्रगति मैदान में 14-27 नवंबर तक, टिकट 67 दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध, जानिए लिस्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 12, 2022 05:57 PM2022-11-12T17:57:21+5:302022-11-12T17:58:19+5:30
International Trade Fair 2022: व्यापार मेले का आयोजन करने वाली वाणिज्य मंत्रालय की इकाई इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) ने कहा कि इस साल बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र 'भागीदार राज्य' हैं जबकि उत्तर प्रदेश और केरल 'फोकस राज्य' हैं।
नई दिल्लीः दिल्ली के प्रगति मैदान में 14-27 नवंबर तक होने वाले भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के लिए प्रवेश टिकट डीएमआरसी के 67 मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध होंगे। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। प्रगति मैदान में इस 14 दिवसीय व्यापार मेले में लगभग 2,500 घरेलू और विदेशी प्रदर्शक अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाएंगे।
इनमें ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित कई देशों के प्रदर्शक भी शामिल होंगे। व्यापार मेले का आयोजन करने वाली वाणिज्य मंत्रालय की इकाई इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) ने कहा कि इस साल बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र 'भागीदार राज्य' हैं जबकि उत्तर प्रदेश और केरल 'फोकस राज्य' हैं।
विदेशी भागीदारी अफगानिस्तान, बांग्लादेश, बहरीन, बेलारूस, ईरान, नेपाल, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन सहित 12 देशों से है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने एक बयान में कहा कि वह 14 नवंबर से 'व्यावसायिक दिवस' (14-18 नवंबर) के लिए और 19 नवंबर से 'आम सार्वजनिक दिवस' (19-27 नवंबर) के लिए आईआईटीएफ प्रवेश टिकटों की बिक्री शुरू करेगी।
आईआईटीएफ के प्रवेश टिकट केवल 67 चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों पर ही उपलब्ध होंगे। इनमें शहीद स्थल न्यू बस अड्डा, दिलशाद गार्डन, शाहदरा, सीलमपुर, इंद्रलोक, नेताजी सुभाष प्लेस, रोहिणी वेस्ट, रिठाला, नोएडा सिटी सेंटर, मंडी हाउस और बाराखंबा स्टेशन प्रमुख रूप से शामिल हैं। हालांकि प्रगति मैदान से सटे सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन पर आईआईटीएफ के टिकटों की बिक्री नहीं होगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि व्यापार मेले के दौरान आने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त मेट्रो टोकन काउंटर, गार्ड, अधिकारी और कर्मचारी सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन और अन्य स्टेशनों पर भी जरूरत के हिसाब से तैनात किए जाएंगे।
इस व्यापार मेले को पहली बार 1979 में आयोजित किया गया था। कोविड-19 महामारी के कारण मेला 2020 में आयोजित नहीं किया गया था। इतिहास में यह दूसरी बार था जब मेले का आयोजन नहीं किया गया था। ऐसा पहली बार 1980 में हुआ था।