भारत में इस्पात की मांग में सालाना सात प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद: विश्व इस्पात संघ
By भाषा | Published: April 18, 2019 05:34 AM2019-04-18T05:34:13+5:302019-04-18T05:34:13+5:30
विश्व इस्पात संघ (डब्ल्यूएसए) के अनुसार भारत में इस्पात की मांग चालू के साथ-साथ अगले वर्ष भी 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने की उम्मीद है।
विश्व इस्पात संघ (डब्ल्यूएसए) के अनुसार भारत में इस्पात की मांग चालू के साथ-साथ अगले वर्ष भी 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने की उम्मीद है। संगठ ने अपनी रपट 'शॉर्ट रेंज आउटलुक अप्रैल 2019' शीर्षक रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2019 में वैश्विक इस्पात मांग 173.5 करोड़ टन तक पहुंच सकती है, जो वर्ष 2018 के मुकाबले 1.3 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
इसमें कहा गया है कि वर्ष 2020 में, यह मांग एक प्रतिशत बढ़कर 175.2 टन रहने का अनुमान है। इसने कहा गया है कि भारत में आधारभूत परियोजनाओं के कारण वर्ष 2019 और वर्ष 2020 दोनों वर्षों में इस्पात की मांग में सात प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
इसने कहा है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में चीन को छोड़कर एशिया में इस्पात की मांग वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में क्रमशः 6.5 प्रतिशत और 6.4 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। इस संगठन के सदस्य वैश्विक इस्पात उत्पादन के लगभग 85 प्रतिशत भाग का प्रतिनिधित्व करते हैं।