नयी दिल्ली, 23 सितंबर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत वैश्विक निवेश गंतव्य बनता जा रहा है और सरकार इस दिशा में अनुकूल नीतिगत ढांचा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एक आभासी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, गडकरी ने यह भी कहा कि दूरदराज के स्थानों में अंतिम छोर तक संपर्क कायम करने की व्यवस्था में सुधार के लिए, सड़क मंत्रालय को 15 रोपवे परियोजनाओं के प्रस्ताव मिले हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत एक वैश्विक निवेश गंतव्य बन रहा है और हमारी सरकार अनुकूल नीतिगत रूपरेखा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
गडकरी ने भारत की सड़क परियोजनाओं में वैश्विक पेंशन कोष से निवेश की भी मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘हम राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ दो साल में दो लाख करोड़ रुपये में लाजिस्टिक पार्क बना सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय भारतमाला परियोजना के दूसरे चरण पर काम कर रहा है। यह चरण दो लाख किलोमीटर तक हो सकता है।
सरकार, महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत लगभग 5.35 लाख करोड़ रुपये की लागत से 34,800 किलोमीटर राजमार्ग बनाने की परिकल्पना करती है।
गडकरी ने कहा कि सड़क मंत्रालय राजमार्गों पर सड़क किनारे 350 सुविधा केन्द्रों का निर्माण कर रहा है। मंत्री ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को एक वित्तीय इकाई की आवश्यकता है, जहां वह जेपी मॉर्गन जैसी कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम बना सके और सड़क परियोजनाओं के लिये वित्तपोषण करा सके।
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