फोर्ब्स ने हाल ही मे अरबपतियों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में इस साल भारत के अरबपतियों की संख्या बढ़कर 119 हो गई है। जो कि अमेरिका और चीन को बाद किसी भी देश से ज्यादा है। इन 119 अरबतियों की संपत्ति 440 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ के पार है। जबकि 1990 में केववल 2 अरबपति भारत के पास थे लेकिन जब से 1991 के इकनॉमिक रिफॉर्म में भारत की अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित उछाल आया और 2016 आते-आते भारत में अरबपतियों की संख्या 84 हो गई। फिर भी भारत में 29 करोजड लोगों की आय आज भी 30 रुपए कम है।
इस दौरान भारत की इकनॉमी महज 2.3 ट्रिलियन की थी और इस आंकड़े को चीन ने 2006 में ही छू लिया था लेकिन तब उसके पास सिर्फ 10 अरबपति ही थे।आज भले भारत मेंअरबतियों की संख्या 84 से बढ़कर 119 हो गई, लेकिन फिर भी एक बड़ा तपका 30 रुपए ही कमा रहा है।
मोदी की सरकार बनने के समय भारत की 2014 में प्रतिव्यक्ति आय 88,538 रुपये थी जो अब 2018 में बढकर 1 लाख 12 हजार हो पाई यानी प्रतिदिन प्रति व्यक्ति आय 306 रुपये। लेकिन अब भी 29 करोड़ लोगों की आय प्रति दिन की 30 रुपये से कम है। शायद इसी कारण से ये लोग वह बीपीएल में आते है और शायद यही वजह है कि एक वक्त रिसर्व बैंक के गवर्नर रहे, रघुराम राजन ये कहने से नहीं चूके कि अगर रूस सीमित चंद लोगों में निहित सत्ता वाला देश है तो हम भारत के बारे में ऐसा कहने से कब तक रोक सकते है। साथ ही इसी साल 2018 में भारत ने अर्थव्यवस्था के मामले में फ्रांस को पीछे छोड़ दिया। फ्रांस की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ने का जश्न मनाया जा रहा है जिसकी आबादी महज 6।6 करोड़ यानि राजस्थान की आबादी के बराबर है लेकिन भारत तो 135 करोड़ लोगों का है।
वहीं, अमेरिका की 60 धनाढ्य महिलाओं की सूची में सबसे कम उम्र (21) में टीवी कलाकार काइली जेनर, किम कारदाशियां वेस्ट की सौतेली बहन ने जगह बनाई है, जबकि भारतीय मूल की प्रौद्योगिकी कार्यकारी जयश्री उल्लाल और नीरजा सेठी भी ताकतवार महिलाओं की सूची में शामिल हैं।
काइली जेनर वह पहली बार फोर्ब्स की सूची में शामिल हुई हैं। सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर की संख्या 11 करोड़ है। तीन साल में ही 'कास्मेटिक' क्षेत्र में उन्होंने काफी नाम कमाया और नेटवर्थ 90 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। सूची में पहले स्थान पर डायने हेंडरिक्स हैं। विस्कोंसीन की रहने वाली इन अरबपति की कंपनी एबीसी सप्लाई हैं जो अमेरिका में छत (रूफिंग), साइडिंग (दीवार) और खिड़की की थोक आपूर्तिकर्ता हैं।
वहीं, अपने बलबूते पर पहचान बनाने वाली 60 महिलाओं की सूची में जयश्री 1.3 अरब डॉलर के साथ 18 वें स्थान पर, जबकि नीरजा एक अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ 21 वें पायदान पर रहीं।