लंदन, 14 दिसंबर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को कहा कि ब्रिटेन और भारत स्वाभाविक साझेदार हैं जो 5जी, टेलिकॉम और विविध स्टार्टअप पर साझेदारी समेत कई ‘‘बढ़िया परियोजनाओं’’ पर मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से लोगों की जिंदगी बदलेगी और स्वतंत्रता, खुलापन और अमन के सिद्धांतों को बढ़ावा मिलेगा।
ग्लोबल टेक्नोलॉजी सम्मेलन को वीडियो लिंक के जरिए संबोधित करते हुए जॉनसन ने कहा कि आगामी दशक में भी भारत और ब्रिटेन प्रौद्योगिकी तथा अन्य क्षेत्रों में अपने संबंधों को मजबूत करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह 2030 के लिए तय की गई भारत-ब्रिटेन की रूपरेखा के अनुरूप है।
ब्रिटेन और भारत के रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए 2030 की रूपरेखा पर जॉनसन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष मई में एक ऑनलाइन शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए थे।
जॉनसन ने कहा, ‘‘नवोन्मेष और उद्यमशीलता की भावना की साझा संस्कृति के साथ ब्रिटेन और भारत स्वाभाविक साझेदार हैं। हम कई बढ़िया परियोजनाओं पर मिलकर काम कर रहे हैं जिनमें 5जी और टेलिकॉम पर ब्रिटेन-भारत साझेदारी और ब्रिटेन के स्टार्टअप शामिल हैं जो भारत की दिग्गज कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक साथ मिलकर, काम करके हम लोगों के जीवन को बदलने के लिए न केवल नई शुरुआत कर पाएंगे बल्कि ऐसी नई प्रौद्योगिकी को भी आकार देंगे जो स्वतंत्रता, खुलेपन और अमन के सिद्धांतों पर आधारित होगी।’’
ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने कहा कि इंफोसिस से लेकर टाटा तक भारत की दिग्गज कंपनियां पूरे ब्रिटेन में अपना कारोबार बढ़ा रही हैं, वहीं ब्रिटेन के ब्रांड भारत में उच्च गुणवत्ता वाले माल बेच रहे हैं और वित्त प्रौद्योगिकी, स्वच्छ प्रौद्योगिकी जैसी सेवाएं दे रहे हैं।
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