मुंबई, 26 अप्रैल देश में कोविड-19 संक्रमण के मामलों की दूसरी लहर के बीच आगे बढ़ने का रास्ता केवल यही है कि टीकाकरण में तेजी लाई जानी चाहिये, स्वास्थ्य ढांचे का विस्तार होना चाहिये और इसके साथ ही कोरोना वायरस महामारी से बचाव के आचरण को अपनाया जाना चाहिये। रिजर्व बैंक के लेख में यह कहा गया है।
रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था की स्थिति पर कहा कि भारत इस समय नये संक्रमण के तेजी से फैलने की स्थिति का सामना कर रहा है, और समझा जाता है कि इसमें मौतें महाद्वीप के किसी भी देश के मुकाबले अधिक तेज हों सकती हैं।
इस लेख में यह माना गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे और टीका आपूर्ति पर दबाव है। वित्तीय बाजार स्थिति से जूझ रहे हैं और आय के अनुमानों पर गिरावट का दबाव है। ‘‘फिर भी यह समय भी निकल जायेगा, हमने पहली लहर को देखा है और हम काफी कुछ इस स्थिति को देख चुके हैं।’’
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एम डी पात्रा और अन्य अधिकारियों द्वारा लिखे गये इस लेख में कहा गया है, ‘‘महामारी के लिये उचित आचरण अपनाना, टीकाकरण अभियान को तेज करना, अस्पताल और सहायक इकाइयों की क्षमता को बढ़ाना और उसके बाद महामारी के बाद के समय के लिये मजबूत और टिकाऊ वृद्धि पर ध्यान केन्द्रित करना ही आगे का रास्ता है जिसमें वृहद आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को ध्यान में रखना होगा।
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