Hybrid Mutual Fund Scheme: निवेशकों को फिर आकर्षित करना शुरू किया, जून तिमाही में 14000 करोड़ रुपये का निवेश, जानें क्या है और कैसे कीजिए निवेश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 31, 2023 02:49 PM2023-07-31T14:49:39+5:302023-07-31T14:50:47+5:30
Hybrid Mutual Fund Scheme: हाइब्रिड म्यूचुअल फंड जो शेयर और बॉन्ड या ऋण दोनों प्रतिभूतियों और कई बार सोने जैसी अन्य संपत्तियों में निवेश करते हैं।
Hybrid Mutual Fund Scheme: लगातार तीन तिमाहियों में निकासी के बाद हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाओं ने निवेशकों को फिर आकर्षित करना शुरू कर दिया है। ऋण कोषों पर कराधान में हालिया बदलाव के बाद जून तिमाही में हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाओं को 14,000 करोड़ रुपये का निवेश मिला है।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड जो शेयर और बॉन्ड या ऋण दोनों प्रतिभूतियों और कई बार सोने जैसी अन्य संपत्तियों में निवेश करते हैं। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में हाइब्रिड योजनाओं में आए 10,084 करोड़ रुपये निवेश से कहीं अधिक है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में हाइब्रिड कोषों के परिसंपत्ति आधार (एयूएम) और फोलियो (निवेशक खाते) की संख्या में भी वृद्धि हुई। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड मध्यम या कम जोखिम वाले निवेशकों को अधिक आकर्षित करते हैं।
इन्हें हमेशा अच्छा निवेश विकल्प माना जाता है, क्योंकि ये शेयर बाजारों में भागीदारी से जुड़े जोखिम को कम करते हैं। आंकड़ों के अनुसार, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में जून तिमाही में 14,021 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। इससे पहले लगातार तीन तिमाहियों में इन कोषों से निवेशकों ने निकासी की थी।
निवेशकों ने मार्च तिमाही में हाइब्रिड म्यूचुअल फंड से 7,420 करोड़ रुपये, दिसंबर तिमाही में 7,041 करोड़ रुपये और सितंबर तिमाही में 14,436 करोड़ रुपये निकाले थे। जून तिमाही में निवेश दिसंबर, 2021 तिमाही के बाद सर्वाधिक है। तब इन योजनाओं में 20,422 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
क्लाइंट एसोसिएट्स के सह-संस्थापक हिमांशु कोहली हाइब्रिड योजनाओं में निवेश के लिए ऋण कोषों की कर प्रणाली में बदलाव को श्रेय देते हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों ने बॉन्ड म्यूचुअल फंड में अपना आवंटन घटाते हुए संभवत: हाइब्रिड कोषों में निवेश बढ़ाया है। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में निवेशक खातों या फोलियो संख्या जून तिमाही में 4.6 लाख बढ़कर 1.22 करोड़ हो गई। यह ऐसी योजनाओं में निवेशकों की बढ़ती रुचि दिखाता है।