नयी दिल्ली, 14 अप्रैल होटल एवं रेस्त्रां संघों के महासंघ ‘फेडरेशन आफ होटल एण्ड रेस्टारेंट एसोसियेसंस आफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में रेस्त्रां पर जो नये प्रतिबंध लगाये हैं उससे आतिथ्य क्षेत्र बरबाद हो जायेगा। संगठन ने राज्य सरकार से इन प्रतिबंधों को लेकर एक बार नये सिरे से विचार करने का आग्रह किया है।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। इस पर अंकुश लगाने के लिये राज्य सरकार ने राजय में बुधवार रात से 15 दिन के लिये लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध लगाते हुये कफ्र्यू का एलान किया है।
एफएचआरएआई ने एक वक्तव्य में कहा है, ‘‘रेस्त्रां को केवल खाद्य सामग्री को पैक करा कर ले जाने अथवा घरों पर आपूर्ति करने की अनुमति दी गई है। इससे रेस्त्रां को पखवाड़े के दौरान अपने कारोबार में भारी नुकसान की आशंका दिखाई दे रही है।’’
एफएचआरएआई ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के ‘ब्रेक दि चेन’ आदेश से 30 प्रतिशत से अधिक रेस्त्रां पूरी तरह से बंद हो जायेंगे। राज्य में पहले ही पिछले साल लगाये गये लॉकडाउन के कारण वित्तीय दबाव नहीं झेल पाने की वजह से 35 प्रतिशत होटल और रेस्त्रां बंद हो चुके हैं।
संगठन ने राज्य सरकार से अपील की है कि रेस्त्राओं को सीमित समय के लिये ही सही परिचालन की मानक प्रक्रियाओं को अपनाते हुये ग्राहकों को उनमें बैठकर खाने की अनुमति दी जानी चाहिये। राज्य सरकार को इस आग्रह पर विचार करना चाहिये।
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