350 सीसी तक के स्कूटर-मोटरसाइकिल पर 18800 रुपये छूट, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने की घोषणा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 11, 2025 13:12 IST2025-09-11T13:11:24+5:302025-09-11T13:12:27+5:30
ग्राहकों को अब मॉडल के आधार पर 18,800 रुपये तक की शोरूम कीमत में उल्लेखनीय बचत होगी।

सांकेतिक फोटो
नई दिल्लीः होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों को देने से अपने 350 सीसी तक के मॉडल की कीमतें 18,800 रुपये तक घटाने का फैसला किया है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि वह अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में हाल ही में जीएसटी दर में की गई कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को देगी।
इसमें 350 सीसी तक के स्कूटर और मोटरसाइकिल दोनों शामिल होंगे। एचएमएसआई ने कहा कि जीएसटी परिषद द्वारा दोपहिया वाहनों पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने के फैसले के बाद, ग्राहकों को अब मॉडल के आधार पर 18,800 रुपये तक की शोरूम कीमत में उल्लेखनीय बचत होगी।
एचएमएसआई के निदेशक- बिक्री एवं विपणन योगेश माथुर ने कहा, ‘‘दोपहिया वाहनों और कलपुर्जों पर जीएसटी में कमी एक समयोचित और दूरदर्शी कदम है, जिससे वाहन अधिक किफायती बनेंगे और समग्र पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा।’’
जीएसटी कटौती से वाहन क्षेत्र को मिलेगी नई रफ्तार : सियाम
वाहन विनिर्माताओं के प्रमुख संगठन सियाम ने कहा है कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में हालिया कटौती से भारतीय वाहन क्षेत्र में विकास को नई गति मिलेगी, वाहन अधिक किफायती बनेंगे और व्यक्तिगत परिवहन तक व्यापक पहुंच संभव होगी। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सियाम) के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए इसके अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने बृहस्पतिवार को सरकार के ‘‘कुछ प्रक्रियात्मक मुद्दों में उचित संशोधन करने के कदम का स्वागत किया, जिससे कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी।’’
चंद्रा ने कहा, ‘‘वाहनों पर जीएसटी दरों को कम करने के हालिया ऐतिहासिक फैसले के लिए हम भारत सरकार के बेहद आभारी है। इससे उपभोक्ताओं को फायदा होगा और वाहन क्षेत्र को नई गति मिलेगी।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘वाहनों को अधिक किफायती बनाने से, विशेष रूप से प्रवेश स्तर के खंड में, पहली बार वाहन खरीदने वालों और मध्यम आय वाले परिवारों को काफी लाभ होगा,
जिससे व्यक्तिगत परिवहन तक व्यापक पहुंच संभव होगी।’’ उन्होंने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में भारतीय वाहन उद्योग ने घरेलू बाजारों के साथ-साथ निर्यात में भी अपना स्थिर प्रदर्शन जारी रखा। यात्री वाहनों की बिक्री 43 लाख इकाइयों के अपने अबतक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई। यह पिछले वर्ष की तुलना में दो प्रतिशत की वृद्धि है।
उन्होंने कहा कि इस श्रेणी के निर्यात ने भी 7.7 लाख इकाइयों के साथ अपने अबतक के सर्वोच्च स्तर हासिल किया, जो सालाना आधार पर 14.6 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि दोपहिया वाहन खंड सुधार की राह पर आगे बढ़ रहा है और 1.96 करोड़ इकाइयों तक पहुंचकर 9.1 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
‘‘हालांकि, यह अब भी वित्त वर्ष 2018-19 में हासिल किए गए 2.1 करोड़ के शिखर से नीचे है।’’ चंद्रा ने सरकार को ‘‘कुछ प्रक्रियात्मक मुद्दों में उचित संशोधन करने के लिए धन्यवाद दिया, जिससे कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी।’’