Golden Jubilee celebrations of Amul in Gujarat: दूध के मशहूर ब्रांड ‘अमूल’ के उत्पादक गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के स्वर्ण जयंती समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के बाद देश में कई ब्रांड आए। लेकिन अमूल जैसा कोई नहीं, अमूल पशुधन की पहचान बन गया है। अमूल का मतलब है विश्वास, अमूल का मतलब है विकास, अमूल का मतलब है जन भागीदारी, अमूल का मतलब है किसान सशक्तिकरण, अमूल का मतलब है आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रेरणा, अमूल का मतलब है बड़े सपने, बड़े संकल्प और बड़ी उपलब्धियां। भारत के डेयरी सेक्टर की असली रीढ़, महिलाशक्ति है। आज अमूल सफलता की जिस ऊंचाई पर है, वो सिर्फ और सिर्फ महिला शक्ति की वजह से है। आज जब भारत women led development के मात्र के साथ आगे बढ़ रहा है, तो भारत के डेयरी सेक्टर की ये सफलता उसके लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा है। वर्तमान में यह आठवें स्थान पर है।
भारत को विकसित बनाने के लिए भारत की प्रत्येक महिला की आर्थिक शक्ति बढ़नी आवश्यक है, इसलिए हमारी सरकार आज महिलाओं की आर्थिक शक्ति बढ़ाने के लिए भी चौतरफा काम कर रही है। मुद्रा योजना के तहत सरकार ने जो 30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद दी है, उसकी करीब 70% लाभार्थी बहन-बेटियां ही हैं।
प्रधानमंत्री यहां नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में जीसीएमएमएफ के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। जीसीएमएमएफ ‘अमूल’ ब्रांड के तहत अपने उत्पादों का विपणन करता है। गांधी जी कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। विकसित भारत के निर्माण के लिए भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्त होना जरूरी है।
पहले की सरकारें ग्रामीण अर्थव्यवस्था की जरूरतों को टुकड़ों में देखती थीं। हम गांव के हर पहलू को प्राथमिकता देते हुए काम को आगे बढ़ा रहे…मोदी ने कहा, ‘‘दुनिया में डेयरी सेक्टर सिर्फ 2 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रहा है जबकि भारत में डेयरी सेक्टर 6 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज अमूल (जीसीएमएमएफ) दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी डेयरी कंपनी है, आपका लक्ष्य इसे नंबर एक बनाना है, सरकार अपनी ओर से पूरी मदद देगी। यह मोदी की गारंटी है।’’ पूरे राज्य से आए सहकारी दुग्ध संघों के हजारों सदस्यों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के बाद कई ब्रांड सामने आए लेकिन उनमें से कोई भी ‘अमूल’ जैसा नहीं है।
मोदी ने यह भी कहा कि देश के दुग्ध सहकारी आंदोलन के विकास में महिलाओं का योगदान सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के डेयरी सेक्टर की असली रीढ़, महिलाशक्ति है। आज अमूल सफलता की जिस ऊंचाई पर है, वह सिर्फ और सिर्फ महिला शक्ति की वजह से है। भारत महिला नीत विकास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है तो भारत के डेयरी सेक्टर की यह सफलता उसके लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा है।’’