Gold demand 2023: आखिर क्या है वजह, लोग नहीं खरीद रहे सोना, 2023 में तीन प्रतिशत की गिरावट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 31, 2024 02:02 PM2024-01-31T14:02:19+5:302024-01-31T15:48:15+5:30
Gold demand 2023: विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की ‘सोने की मांग का रुझान’ रिपोर्ट-2023 के अनुसार, 2022 में देश की कुल सोने की मांग 774.1 टन थी, जो 2023 में 747.5 टन पर आ गई।
Gold demand 2023: भारत में सोने की मांग 2023 में सालाना आधार पर तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ 747.5 टन रही है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की ‘सोने की मांग का रुझान’ रिपोर्ट-2023 के अनुसार, 2022 में देश की कुल सोने की मांग 774.1 टन थी, जो 2023 में 747.5 टन पर आ गई। डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत) सोमसुंदरम पी.आर. ने कहा, ‘‘ भारत की 2023 में सोने की मांग तीन प्रतिशत घटकर 747.5 टन रह गई। सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से इसकी मांग प्रभावित हुई है। अक्टूबर में नवरात्रि के दौरान सोने की कीमतों में ‘करेक्शन’ की वजह से उपभोक्ताओं ने अधिक खरीदारी की। इससे नवंबर में दिवाली के समय सोने की बिक्री तेज रही।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हालांकि, दिसंबर में मांग में गिरावट आई क्योंकि सोने की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी का रुख शुरू हो गया है। इसके चलते 2022 की समान अवधि की तुलना में चौथी तिमाही में आभूषणों की मांग में नौ प्रतिशत की गिरावट आई।’’ वर्ष 2023 में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहा।
चार मई को घरेलू बाजार में सोने की कीमत 61,845 रुपये प्रति 10 ग्राम की नई ऊंचाई पर पहुंच गईं थी। वैश्विक बाजारों में यह 2,083 डॉलर प्रति औंस पर पहुंची। यह प्रवृत्ति जारी रही और 16 नवंबर को सोने की कीमत 61,914 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।
उन्होंने कहा कि 2024 की बात करें तो भारत की सोने की मांग को मौजूदा सकारात्मक आर्थिक स्थितियों से फायदा होना चाहिए। अगर कीमतें ज्यादा अस्थिर नहीं रहीं तो मांग में बड़ा उछाल आने की संभावना है, जो 800-900 टन के बीच कहीं भी हो सकता है।
ईटीएफ निकासी से 2023 में सोने की वैश्विक मांग पांच प्रतिशत गिरी : डब्ल्यूजीसी
एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) से निकासी जारी रहने से सोने की वैश्विक मांग वर्ष 2023 में एक साल पहले की तुलना में पांच प्रतिशत घटकर 4,448.4 टन रह गई। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। डब्ल्यूजीसी की सोने की मांग के रुझान पर रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2022 में सोने की कुल वैश्विक मांग 4,699 टन थी।
रिपोर्ट कहती है कि वैश्विक स्वर्ण ईटीएफ में लगातार तीसरी बार वार्षिक निकासी देखी गई। पिछले साल 244.4 टन ईटीएफ की निकासी हुई, जबकि वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 109.5 टन रहा था। सबसे अधिक नुकसान यूरोप में हुआ, जहां होल्डिंग में 180 टन की कमी आई। यह वर्ष 2013 के बाद का सबसे खराब वार्षिक प्रदर्शन है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल के अंत में ईटीएफ निकासी की गति काफी धीमी हो गई, लेकिन अक्टूबर में हुई भारी निकासी का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही पर दबदबा रहा। इसके साथ नए साल के शुरुआती हफ्तों में भी यूरोपीय ईटीएफ कोषों से निकासी जारी रही है जबकि उत्तर अमेरिका में सूचीबद्ध फंड ने नवंबर और दिसंबर में दो महीने की राहत के बाद फिर से गिरावट दिखानी शुरू कर दी है।
डब्ल्यूजीसी के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक लुइस स्ट्रीट ने कहा, ‘‘केंद्रीय बैंकों की तरफ से मांग लगातार बनी रहने से बीते साल फिर सोने की मांग को समर्थन मिला है और बाजार के अन्य क्षेत्रों में भी कमजोरी को दूर करने में मदद की है। वर्ष 2024 में हमें उम्मीद है कि मौद्रिक नीति के साथ भू-राजनीतिक अनिश्चितता भी भूमिका निभाएगी।’’