पीडीआईएल और एचएलएल के रणनीतिक विनिवेश के लिए वैश्विक बोलियां आमंत्रित
By भाषा | Updated: December 14, 2021 22:24 IST2021-12-14T22:24:33+5:302021-12-14T22:24:33+5:30

पीडीआईएल और एचएलएल के रणनीतिक विनिवेश के लिए वैश्विक बोलियां आमंत्रित
नयी दिल्ली, 14 दिसंबर वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों प्रोजेक्ट्स एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड (पीडीआईएल) और एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड (एचएलएल) की रणनीतिक बिक्री के लिए मंगलवार को वैश्विक बोलियां आमंत्रित कीं।
निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने एक ट्वीट में कहा कि इन दोनों उपक्रमों के लिए 31 जनवरी तक बोलियां लगाई जा सकती हैं। इन उपक्रमों की रणनीतिक बिक्री विनिवेश प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
पीडीआईएल मिनीरत्न श्रेणी-1 का सार्वजनिक उपक्रम है। इसका प्रशासकीय नियंत्रण उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय के पास है। यह डिजाइन, इंजीनियरिंग एवं संबंधित परियोजनाओं के क्रियान्वयन में इंजीनियरिंग एवं सलाहकार सेवाएं देती है।
पीडीआईएल की चुकता शेयर पूंजी 31 मार्च, 2021 को 17.30 करोड़ रुपये थी। इसका राजस्व 142.17 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 31.83 करोड़ रुपये था।
वहीं रणनीतिक बिक्री के लिए रखी गई दूसरी सार्वजनिक कंपनी एचएलएल भी एक मिनीरत्न है जिसका प्रशासकीय नियंत्रण स्वास्थ्य मंत्रालय के पास है। वर्ष 1966 में गठित इस उपक्रम का पूर्ण स्वामित्व सरकार के पास है।
सरकार को अपने उपक्रमों के विनिवेश से चालू वित्त वर्ष में अब तक 9,329.90 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।
बीपीसीएल, पवन हंस, बीईएमएल, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, नीलाचल इस्पात निगम और आरआईएनएल के निजीकरण की प्रक्रिया भी जारी है।
दीपम ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि सरकार को नालको से 188 करोड़ रुपये, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन से 370 करोड़ रुपये और कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड से 58 करोड़ रुपये लाभांश के तौर पर मिले हैं।
इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने क्रमशः 54 करोड़ रुपये और 31 करोड़ रुपये का लाभांश दिया है।
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