आम बजट: सीतारमण ने तिरुवल्लुवर की कविता पढ़ी, स्टालिन ने आड़े हाथों लिया
By भाषा | Updated: February 1, 2021 21:53 IST2021-02-01T21:53:06+5:302021-02-01T21:53:06+5:30

आम बजट: सीतारमण ने तिरुवल्लुवर की कविता पढ़ी, स्टालिन ने आड़े हाथों लिया
नयी दिल्ली/चेन्नई, एक फरवरी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को अपने बजट भाषण के दौरान लगातार दूसरे साल तमिल कवि तिरुवल्लुवर की पुस्तक थिरुकुरल की एक कविता पढ़ी, जो संपत्ति सृजित करने वाले शासक के बारे में थी।
पिछले साल भी उन्होंने तिरुवल्लुवर की कविता का जिक्र किया था।
तमिल लोग जीवन के विभिन्न सिद्धांतों के लिए थिरुकुरल को आदर्श मानते हैं।
हालांकि, तमिलनाडु में विपक्षी दल द्रमुक के प्रमुख और भाजपा के कटु आलोचक एम के स्टालिन ने सीतारमण पर कटाक्ष किया और कहा कि वह एक ऐसे राजा को परिभाषित करने में विफल रहीं, जिसमें करुणा जैसे गुण हों।
वित्त मंत्री ने अपने 110 मिनट लंबे भाषण में थिरुकुरल की जिन पंक्तियों को उद्धृत किया, उनका अर्थ है- ‘‘एक राजा या एक शासक वह है, जो संपत्ति का सृजन करता है या प्राप्त करता है, उसे आम लोगों की भलाई के लिए बचाता है और वितरित करता है।
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