पीएनबी स्कैम: जानिए कौन है 13000 करोड़ के घोटाले का आरोपी नीरव मोदी
By स्वाति सिंह | Published: March 20, 2019 03:45 PM2019-03-20T15:45:25+5:302019-03-20T15:45:25+5:30
नीरव मोदी गहने बेचने वाली कंपनी फायरस्टार डायमण्ड के संस्थापक हैं। उनकी कंपनी के दिल्ली, मुंबई, न्यूयॉर्क, लंदन, मकाऊ और हॉन्गकॉन्ग में शोरूम हैं।
पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी को गुरुवार को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है। बीते दिनों नीरव मोदी के लंदन में रहने की खबरें आ रही थी। इसके बाद सोमवार को नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। खबरों के मुताबिक 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी नीरव मोदी की पेशी आज ही लंदन के कोर्ट में की जाएगी।
जानें कौन है नीरव मोदी-
48 वर्षीय नीरव मोदी गहने बेचने वाली कंपनी फायरस्टार डायमण्ड के संस्थापक हैं। उनकी कंपनी के दिल्ली, मुंबई, न्यूयॉर्क, लंदन, मकाऊ और हॉन्गकॉन्ग में शोरूम हैं। साल 2015 में नीरव मोदी ने जब न्यूयॉर्क में अपनी कंपनी का शोरूम खोला था तब डोनाल्ड ट्रंप उसके उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। ट्रंप जनवरी 2017 में अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे। कारोबारी पत्रिका फोर्ब्स ने साल 2017 के अरबपतियों की सूची में नीरव मोदी को शामिल किया था।
नीरव मोदी का परिवार भारतीय है लेकिन उनकी परवरिश बेल्जियम में हुई है। नीरव मोदी ने व्हार्टन बिज़नेस स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़कर अपने चाचा के कारोबार में शामिल हो गये थे। नीरव ने अपने नाम के ज्वैलरी ब्रांड को शुरू किया। साल 2016 में नीरव मोदी ने बॉलीवुड स्टार प्रियंका चोपड़ा को अपना ग्लोबल ब्रांड एम्बैसडर बनाया था।
पीएनबी घोटाले में सीबीआई ने नीरव के मामा मेहुल चोकसी की आभूषण कंपनी गीतांजलि ग्रुप के खिलाफ भी जांच की है। गीतांजली ग्रुप देश के सबसे बड़े आभूषण व्यापारियों में शुमार है।
क्या है पीएनबी स्कैम
सबसे पहले यह मामला जनवरी 2018 को सामने आया जब पीएनबी ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि उसकी दक्षिणी मुंबई स्थित एक शाखा से करीब साढ़े 11 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है।
इसके बाद ही सीबीआई ने 29 जनवरी को नीरव मोदी, उनकी पत्नी अमी मोदी, भाई निशाल मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक की शिकायत पर ये मामला दर्ज किया था। 13 फरवरी को पंजाब नेशनल बैंक ने सीबीआई में एक अन्य शिकायत दर्ज करायी जिसमें बैंक को 11500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का दावा किया गया है।