Free Trade Agreement: सस्ती होगी रोल्स-रॉयस, बेंटले और एस्टन मार्टिन?, सियाम ने कहा-23 अरब अमेरिकी डॉलर के अवसर खुलेंगे, वाहन आयात पर शुल्क 110 से घटकर 10 प्रतिशत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 25, 2025 13:12 IST2025-07-25T13:11:26+5:302025-07-25T13:12:17+5:30
Free Trade Agreement: ब्रिटेन के वाहन ब्रांड दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में अधिक कारें बेचने की कोशिश करेंगे और अमीरों को लक्षित करेंगे।

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Free Trade Agreement: भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में घोषित शुल्क कटौती के कारण, रोल्स-रॉयस, बेंटले और एस्टन मार्टिन जैसे ब्रिटिश प्रमुख वाहन ब्रांड घरेलू बाजार में सस्ते हो जाएंगे। इस व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के बाद, ब्रिटेन के वाहन ब्रांड दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में अधिक कारें बेचने की कोशिश करेंगे और अमीरों को लक्षित करेंगे।
आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (सीईटीए) कहे जाने वाले इस समझौते पर बृहस्पतिवार को लंदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष केअर स्टार्मर की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। समझौते के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच कोटा के तहत वाहन आयात पर शुल्क वर्तमान में लगभग 110 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत रह जाएगा।
प्रमुख ब्रिटिश लक्ज़री वाहन ब्रांड पर एक नजर-
भारतीय बाजार में रोल्स रॉयस कार की कीमत 7.5 करोड़ रुपये से लेकर 12.25 करोड़ रुपये तक
भारत में बेंटले मॉडल की कीमत पांच करोड़ रुपये से लेकर सात करोड़ रुपये तक
एस्टन मार्टिन के मॉडल की कीमत वर्तमान में 3.99 करोड़ रुपये से 8.85 करोड़ रुपये के बीच
जगुआर लैंड रोवर की कीमत लगभग 68 लाख रुपये से 2.75 करोड़ रुपये तक
लोटस कारों की कीमत दो करोड़ रुपये से लेकर लगभग तीन करोड़ रुपये तक
मैकलारेन कारों की कीमत लगभग 4.5 करोड़ रुपये से लेकर लगभग छह करोड़ रुपये तक है।
भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता मोटर वाहन क्षेत्र के लिए फायदेमंदद : सियाम
वाहन उद्योग के संगठन सियाम ने शुक्रवार को कहा कि भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते के तहत वाहन क्षेत्र के शुल्कों पर सरकार की प्रतिबद्धताएं उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए भारतीय उद्योग के व्यापक लक्ष्यों का समर्थन करती हैं। भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते से ब्रिटेन के बाजार में चमड़ा, विद्युत मशीनरी और रसायन जैसे कई घरेलू क्षेत्रों तक शुल्क मुक्त पहुंच उपलब्ध होगी।
जिससे करीब 23 अरब अमेरिकी डॉलर के अवसर खुलेंगे। इस समझौते को आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौता (सीईटीए) कहा जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के उनके समकक्ष केअर स्टार्मर की उपस्थिति में इस पर लंदन में बृहस्पतिवार को हस्ताक्षर किए गए।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने एक बयान में कहा, ‘‘ हम इस समझौते को एक व्यापक रणनीतिक भागीदारी के हिस्से के रूप में देखते हैं। हमारा मानना है कि यह एक प्रमुख वैश्विक साझेदार के साथ सहयोग और अवसर के लिए नए रास्ते खोलता है।’’
उन्होंने कहा कि सियाम, भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समझौते के लाभ भारतीय मोटर वाहन उद्योग के लिए अधिक वृद्धि, वैश्विक प्रतिस्पर्धा और प्रौद्योगिकी प्रगति में तब्दील हों।
चंद्रा ने कहा कि यह समझौता भारत की वैश्विक आर्थिक भागीदारी, खासकर विकसित अर्थव्यवस्थाओं के साथ संबंध मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि चूंकि दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं साझेदारी के एक नए चरण में प्रवेश कर रही हैं।
अत: ऐसे में सियाम, वार्ता प्रक्रिया के दौरान सरकार द्वारा हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श की सराहना करता है। चंद्रा ने कहा कि वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं के बीच इस परिवर्तनकारी समझौते का संपन्न होना आधुनिक व्यापार एवं निवेश ढांचे को आकार देने में भारत के बढ़ते नेतृत्व को दर्शाता है।