EPFO: भविष्य निधि जमा करने वाले 6.5 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों को मिलेगा होली का तोहफा, ऐसे मिलेगा लाभ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 28, 2022 04:21 PM2022-02-28T16:21:55+5:302022-02-28T16:43:59+5:30
ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक 12 मार्च 2022 को गुवाहाटी में होनी है। इसमें ब्याज दरों पर चर्चा की जाएगी।
नई दिल्ली: ईपीएफओ से जुड़े कर्मचारियों को होली का तोहफा मिल सकता है। केंद्रीय कर्मचारियों के साथ सरकार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सब्सक्राइबर्स को भी होली पर तोहफा दे सकती है। सरकार भविष्य निधि पर ब्याज दर को बढ़ा सकती है। ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक 12 मार्च 2022 को गुवाहाटी में होनी है। इसमें ब्याज दरों पर चर्चा की जाएगी।
खबर के मुताबिक इस बैठक में सरकार के द्वारा मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ब्याज तय किया जाना है। बैठक में तय की गई सिफारिशों को बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के द्वारा वित्त मंत्रालय को सौंपा जाएगा। जहां ब्याज दरों पर आखिरी मुहर लगेगी। सूत्रों की मानें तो ट्रस्टी के कुछ सदस्य भविष्य निधि पर ब्याज दरें बढ़ाने की पक्ष में हैं।
8.5 फीसदी ब्याज देने के लिए ईपीएफओ अपने इक्विटी निवेश में हिस्सा बेच सकता है। मौजूदा बाजार के जो हालात हैं उसे देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि विकल्प कम होने की वजह से बॉन्ड निवेश उम्मीद से कम रहा और पूंजी का निवेश नहीं हो पाया। ईपीएफओ इक्विटी के साथ डेट में निवेश करता है। ईपीएफओ की फाइनेंस इन्वेस्टमेंट और ऑडिट कमिटी ने अपनी सिफारिशें सीबीटी को भेज दी हैं।
भविष्य निधि संगठन द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 में ग्राहकों को 8.5 फीसदी का ब्याज दर दिया गया था। हालांकि वित्त वर्ष 2015-16 में सब्सक्राइबर्स को 8.80 फीसदी का ब्याज दिया गया था। बहरहाल अब सैलरी क्लास के लोगों को 12 मार्च का बेसब्री से इंतजार रहने वाला है। इसी दिन ब्याज दरों में मुहर लगनी है।
मालूम हो कि कर्मचारी भविष्य निधि एक रिटायर्मेंट प्लान है जिसका प्रबंधन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन करता है। ईपीएफ योजना में कर्मचारी और उसका नियोक्ता/ कंपनी हर महीने बराबर राशि का योगदान करते हैं जो मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12 फीसदी होता है। कंपनी के योगदान का 8.33 प्रतिशत हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना के लिए जाता है।