मलेशिया में तेजी से खाद्य तेल तिलहनों की कीमतों में सुधार

By भाषा | Updated: December 24, 2021 20:24 IST2021-12-24T20:24:06+5:302021-12-24T20:24:06+5:30

Edible oil oilseeds prices improve sharply in Malaysia | मलेशिया में तेजी से खाद्य तेल तिलहनों की कीमतों में सुधार

मलेशिया में तेजी से खाद्य तेल तिलहनों की कीमतों में सुधार

नयी दिल्ली, 24 अगस्त मलेशिया एक्सचेंज में भारी तेजी के रुख के बीच देश के तेल तिलहन बाजार में शुक्रवार को मूंगफली तेल तिलहन, सोयाबीन तेल तिलहन, बिनौला तथा पाम एवं पामोलीन तेल कीमतों में सुधार हुआ। सामान्य कारोबार के बीच सरसों तेल तिलहन के साथ बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में लगभग चार प्रतिशत की तेजी है, जबकि शिकॉगो एक्सचेंज आज बंद रहा।

उन्होंने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज के तेज होने से बाकी तेल तिलहनों के भाव में सुधार का रुख रहा। एक अजीब बात है कि सोयाबीन मौसम के दौरान मध्य प्रदेश में सोयाबीन प्लांट वालों को सोयाबीन दाना की कमी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि किसान सस्ते में बिकवाली से बच रहे हैं और इसलिए कम मात्रा में अपनी उपज मंडियों में ला रहे हैं। मंडियों में जो सोयाबीन की आवक 10-12 दिन पहले लगभग छह-सात लाख बोरी की थी वह घटकर 2-2.25 लाख बोरी की ही रह गई है।

स्टॉक होने के बावजूद उपज बाजार में कम आने से संयंत्र वालों को सोयाबीन की किल्लत हो रही है और ये प्लांट, अपनी 30-35 प्रतिशत ही क्षमता का ही उपयोग कर पा रहे हैं। सोयाबीन की किल्लत के बीच सोयाबीन तेल तिलहन के साथ साथ बाकी तेल तिलहनों में भी सुधार दिखा।

सूत्रों ने कहा कि सरकार ने पॉल्ट्री उद्योग की मांग पर सोया मील को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत लाने के बाद तत्काल प्रभाव से इस पर भंडार सीमा लगा दी है ताकि मुर्गीदाने के लिए कमी ना हो और बाजार में इसकी उपलब्धता बढ़े।

साल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक, बी वी मेहता ने कहा कि देश में जब स्टॉक की कोई कमी नहीं है तो स्टॉक लिमिट लागू करने से कोई विशेष लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि संभवत: सरकार का इरादा कीमतों में कमी लाने का हो सकता है।

तेल संगठन सोयोबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के कार्यकारी निदेशक, डी एन पाठक ने कहा कि स्टॉक लिमिट लागू करने का औचित्य नहीं है इससे सोयाबीन के दाम में कमी नहीं हो सकती और इंस्पेक्टर राज बढ़ेगा।

पाल्ट्री उद्योग के प्रतिनिधि, नीरज श्रीवास्तव ने सरकार के स्टॉक लिमिट लागू करने के कदम की सराहना करते हुए कहा कि इससे पॉल्ट्री उद्योग को राहत मिलेगी।

सूत्रों ने कहा कि किसानों द्वारा नीचे भाव में उपज नहीं बेचने और मंडियों में आवक कम होने से मूंगफली तेल तिलहन के भाव में सुधार आया। वहीं मलेशिया एक्सचेंज के मजबूत होने से सीपीओ और पामोलीन के भाव भी मजबूत बंद हुए।

सीपीओ के भाव मजबूत जरूर हैं पर इसकी मांग उतनी नहीं है जितना पामोलीन की। पामोलीन सस्ता होने के कारण आयातक पामोलीन की खरीद पर जोर दे रहे हैं जिससे पामोलीन के भाव में सुधार है।

हल्के तेल की मांग बढ़ने से बिनौला तेल के भाव में भी सुधार देखने को मिला।

सामान्य कारोबार के बीच बाकी तेल तिलहन के भाव अपरिवर्तित रहे।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 7,975 - 8,025 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली - 5,675 - 5,760 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 12,600 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,845 - 1,970 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 16,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,390 -2,515 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,570 - 2,680 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 16,700 - 18,200 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 12,700 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,400 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,300

सीपीओ एक्स-कांडला- 10,720 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 11,300 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,150 रुपये।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,120 (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन दाना 6,450 - 6,500, सोयाबीन लूज 6,250 - 6,300 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) 3,850 रुपये।

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Web Title: Edible oil oilseeds prices improve sharply in Malaysia

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