रियल एस्टेट के टॉप शहरों में बिक्री घटी, क्या संकेत है एनसीआर मार्केट के लिए?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 30, 2025 20:18 IST2025-04-30T20:17:09+5:302025-04-30T20:18:53+5:30
एनसीआर में नई यूनिटस की बिक्री 2025 के पहली तिमाही में 8,477 यूनिटस रह गई जो 2024 के अंतिम तिमाही में 9,808 यूनिटस की तुलना में 14% तथा 2024 की प्रथम तिमाही के दौरान 10,058 यूनिटस की तुलना में 16% घट गई है।

सांकेतिक फोटो
नई दिल्लीः प्रापटेक संस्थान प्राप टाइगर की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार देश के टॉप 8 रियल एस्टेट शहरों में नए लॉन्च में 10% और बिक्री में 19% की कमी आई है। इसके कारणों में प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतें, वैश्विक व्यापार एवं टैरिफ की दरें और इसके कारण मार्केट में बनी अस्थिरता को बताया है। इन रियल एस्टेट डेस्टिनेशन एनसीआर, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और पुणे शामिल हैं। संस्थान से जारी डाटा के अनुसार एनसीआर में नई यूनिटस की बिक्री 2025 के पहली तिमाही में 8,477 यूनिटस रह गई जो 2024 के अंतिम तिमाही में 9,808 यूनिटस की तुलना में 14% तथा 2024 की प्रथम तिमाही के दौरान 10,058 यूनिटस की तुलना में 16% घट गई है।
पिछले वर्ष के प्रथम तिमाही से तुलना करे तो बेगलुरु, 13% की वृद्धि, और चेन्नई, 8% की वृद्धि, के अलावा शेष डेस्टिनेशन पर बिक्री 1 से 26% तक घटी है। एनसीआर में नई यूनिटस की लॉन्च की बात करें तो 2025 के पहली तिमाही में केवल 7,952 यूनिटस ही लॉन्च हुए है जो 2024 की अंतिम तिमाही में लॉन्च हुए 10,048 यूनिटस की तुलना में 21% कम है।
लेकिन 2024 के प्रथम तिमाही से तुलना की जाए तो उस समय लॉन्च हुए 6,872 यूनिटस की तुलना में 2025 में 16% ज्यादा यूनिटस मार्केट में आए है। इसके अलावा बेंगलुरू, 82% वृद्धि, और कोलकाता, 138% वृद्धि, के अलावा अन्य रियल एस्टेट डेस्टिनेशन पर नए लॉन्च में 10 से लेकर 38% तक की कमी आई है।
मार्केट एक्स्पर्ट्स की राय में किसी भी रियल एस्टेट मार्केट में यूनिटस की सप्लाइ और डिमांड में एक समानता कभी नहीं रहती है। 2023-24 के बाद मार्केट में प्राइस करेक्शन का दौर आया हुआ है इसलिए प्रोमोटर नए प्रोजेक्ट लाने में और खरीदार निर्णय लेने में समय ले रहे है जो स्वाभाविक है।
दिनेश गुप्ता, सचिव, क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के अनुसार रियल एस्टेट सेक्टर में उतार चढ़ाव कोई नहीं बात नहीं है। वर्ष 2024 में प्रॉपर्टी की डिमांड और सप्लाइ दोनों बढ़िया रही है। अक्सर त्योहारी सीजन के बाद नई लॉन्च में कमी आती है क्योंकि मांग में भी कमी रहती है। फिर भी पिछले वर्ष इसी तिमाही की तुलना में इस वर्ष ज्यादा यूनिटस लॉन्च हुई है जो एक स्वस्थ मार्केट का सूचक है।
आरजी ग्रुप के निदेशक हिमांशु गर्ग के अनुसार रियल एस्टेट का मार्केट डिमांड और सप्लाइ पर निर्भर करता है। मार्केट में बड़े साइज़ के यूनिटस की डिमांड ज्यादा है जिसमें 3 और 4 बीएचके के यूनिटस ज्यादा बिक रहे है। मेरा अपना अनुभव यह कहता है कि अगर यूनिट साइज़ एफोर्डेबल से मिड-एफोर्डेबल सेगमेंट के बीच का है तो प्रोजेक्ट में डिमांड की कोई कमी नहीं होगी क्योंकि मार्केट में खरीदार अभी भी इस सेगमेंट के सबसे ज्यादा है। रेनॉक्स ग्रुपके चेयरमैन शैलेन्द्र शर्मा के अनुसार रेपो रेट में कमी होने से करके घर खरीदारों के लिए नए लोन सस्ते हो गए है।
मार्केट में लॉन्च हुए नए और अन्डर-कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में प्रॉपर्टी आज भी रेडी टू मूव की तुलना में कम कीमत पर उपलब्ध है और रेरा आने के बाद इनके पूरा होने की गारंटी भी है। ऐसे में घर खरीदार अब नए प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता दे रहे है जहां ढेर सारे ऑप्शन के साथ प्रॉपर्टी उनके पसंद की और कीमत उनके बजट में है।
डिलिजेन्ट बिल्डर्स के सीईओ ले.क. अश्वनी नागपाल (रिटायर्ड) का मानना है कि मार्केट में प्राइस करेक्शन का दौर एंड यूजर्स के लिए बढ़िया मौका होता है जब वे अपने लिए एक बढ़िया लोकेशन पर और अच्छे प्रोजेक्ट में अपने बजट का यूनिट ढूंढ सकते है। होम लोन और सस्ता होने की आशा के कारण भी घर खरीदार थोड़ा और इंतेजार कर रहे है इसलिए ऐसे मार्केट ट्रेंड्स को आने वाले बेहतर समय का द्योतक मानना चाहिए।
निराला वर्ल्ड के सीएमडी सुरेश गर्ग के अनुसार, पूरे एनसीआर में अकेले ग्रेटर नोएडा तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और रोजगार की संभावनाओं के साथ सबसे किफायती अंडर कंस्ट्रक्शन और रेडी टू मूव प्रॉपर्टी की सुविधा दे रहा है जो गुड़गांव और फरीदाबाद जैसे मार्केट का विकल्प बन गए है। इसलिए मांग में निरंतरता बनी रहेगी।