Chandrayaan-3: बी20 इंडिया के प्रमुख और टाटा संस और एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि चंद्रमा लंबे समय से आकांक्षा का प्रतीक रहा है। आज, हम चंद्रमा को एक नई रोशनी में देखते हैं...दुनिया भर के लोगों के साथ-साथ लाखों युवा भारतीयों ने हाल ही में चंद्रमा पर लैंडिंग देखी।
अब, ऊपर की ओर (चंद्रमा पर) एक साधारण नज़र इस बात की याद दिलाएगी कि एक राष्ट्र के रूप में हमने क्या हासिल किया है और हम भविष्य में क्या हासिल करने में सक्षम हैं। चंद्रयान-3 की सफलता पर चंद्रशेखरन ने कहा कि चंद्रमा आकांक्षा के प्रतीक से बदलकर उपलब्धि का प्रतीक बन गया है।
लाखों-करोड़ों भारतीयों और दुनिया भर के लोगों ने टेलीविजन पर या ऑनलाइन चंद्रमा की लैंडिंग देखी। उनके लिए चंद्रमा आकांक्षा के प्रतीक से अब उपलब्धि का प्रतीक बन गया है।’’ चंद्रयान-3 का लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिग’ करने में बुधवार को सफल रहा था।
अमिताभ कांत ने कहा कि हम बी-20 की सिफारिशों की जांच करेंगे। भारत में सबसे अच्छी बी-20 बैठक हुई है। इस बैठक से बहुत ही सकारात्मक एवं रचनात्मक निष्कर्ष निकले हैं। बी-20 समिट में हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन और CEO पवन कांत मुंजाल ने कहा कि बी-20, जी20 के समानांतर एक प्रक्रिया है, यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जहां व्यापार और निजी उद्यम एक साथ मिलते हैं।
अपनी सिफारिशें करते हैं जिन्हें वे नीतिगत ढांचा बनाने के लिए जी20 को सौंपते हैं। इसका उद्देश्य एक अधिक निष्पक्ष दुनिया और समावेशिता का निर्माण करना है। हमें उम्मीद है कि बी20 अध्यक्ष द्वारा बी-20 पहलों का समर्थन करने के लिए एक स्थायी केंद्र स्थापित करने का सुझाव दिया गया है, हम निरंतरता प्राप्त कर सकते हैं और कुछ परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जिससे पूरे विश्व को लाभ हो सकता है।
चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को कहा कि भारत डिजिटल व कृत्रिम मेधा, ऊर्जा, मूल्य आपूर्ति श्रृंखला के वैश्विक बदलाव का नेतृत्व करने के लिए अच्छी स्थिति में है और देश की वृद्धि का सफर दुनिया के भविष्य को आकार देगा। बिजनेस 20 (बी20) वैश्विक कारोबारी समुदाय के लिए जी20 का आधिकारिक चर्चा मंच है।
बी20 समिट इंडिया 2023 को संबोधित करते हुए चंद्रशेखरन ने कहा कि भारत की वृद्धि का सफर एक प्रतीक बनकर उभरा है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सकारात्मक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था विपरीत परिस्थितियों, दशकों के सबसे कठिन दर चक्र और सार्वजनिक ऋण के रिकॉर्ड स्तर पर होने जैसी चुनौतियों का सामना कर रही हैं।
चंद्रशेखरन टाटा संस के चेयरमैन भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ दुनिया वर्तमान में तीन महत्वपूर्ण मूलभूत परिवर्तनों से गुजर रही है। पहला डिजिटल व कृत्रिम बुद्धिमत्ता बदलाव, दूसरा ऊर्जा बदलाव और तीसरा वैश्विक मूल्य आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव...भारत इन तीनों का नेतृत्व करने के लिए बेहद अच्छी स्थिति में है।’’