Budget 2024: लोकसभा चुनाव 2024 जल्द होने वाला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का अंतरिम बजट पेश किया। संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "वित्त वर्ष 2025 में बुनियादी ढांचे के लिए परिव्यय बढ़ाकर 11.11 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।" हर एक रुपये में से 34 पैसे कर्ज से आते हैं। 20 पैसे ब्याज चुकाती है। पैसा इनकम टैक्स, जीएसटी और उधार से आता है। टैक्स में राज्य का हिस्सा, ब्याज और केंद्रीय योजना पर जाता है। देश में टूरिज्म सेक्टर को प्रोत्साहन देने के लिए ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा और विदेशी निवेश को भी बढ़ावा दिया जाएगा। घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लक्षद्वीप सहित हमारे द्वीपों पर बंदरगाह कनेक्टिविटी, पर्यटन के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के लिए विभिन्न परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
सरकार के खजाने में आने वाले प्रत्येक एक रुपये में 63 पैसा प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष करों से आएगा। इसके अलावा 28 पैसा कर्ज और अन्य देयताओं, सात पैसे विनिवेश जैसे गैर-कर स्रोतों से और एक पैसा गैर कर्ज पूंजी प्राप्तियों से आएगा। आम बजट 2024-25 के अनुसार, कुल मिलाकर 36 पैसे प्रत्यक्ष कर से आएंगे। इसमें कॉरपोरेट और व्यक्तिगत आय कर शामिल है।
आयकर से 19 पैसे आएंगे, वहीं कॉरपोरेट कर से 17 पैसे आएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बृहस्पतिवार को संसद में पेश किए गए अंतरिम बजट के अनुसार, अप्रत्यक्ष करों में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से सर्वाधिक 18 पैसे आएंगे। इसके अलावा, सरकार को हर रुपये में पांच पैसे उत्पाद शुल्क से और चार पैसे सीमा शुल्क से हासिल करेगी।
अंतरिम बजट 2024-25 के अनुसार, उधार और अन्य देनदारियों से संग्रह 28 पैसे प्रति रुपया होगा। खर्च के मामले में, ब्याज भुगतान और करों और शुल्कों में राज्यों की हिस्सेदारी प्रत्येक रुपये के लिए 20 पैसे है। रक्षा क्षेत्र के लिए आठ पैसे प्रति रुपये आवंटित किए गए हैं।
केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं पर खर्च प्रत्येक रुपये में से 16 पैसे होगा, जबकि केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए आवंटन आठ पैसे है। वित्त आयोग और अन्य हस्तांतरण' पर व्यय 8 पैसे है। वहीं सब्सिडी और पेंशन मद में व्यय क्रमशः 6 पैसे और 4 पैसे होगा सरकार हर रुपये में से नौ पैसे ‘अन्य व्यय’ मद में खर्च करेगी।
वित्त वर्ष 2024-25 में बजट का आकार 6.1 प्रतिशत बढ़कर 47.66 लाख करोड़ रुपये रहा है। व्यय में वृद्धि और पूंजीगत व्यय तथा सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं के लिए अधिक आवंटन के कारण बजट का आकार बढ़ा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा, ‘‘संशोधित अनुमान के अनुसार उधार के अलावा कुल प्राप्तियां 27.56 लाख करोड़ रुपये रहने की संभावना है। इसमें कर प्राप्तियां 23.24 लाख करोड़ रुपये हैं। कुल व्यय का संशोधित अनुमान 44.90 लाख करोड़ रुपये है।’’
उन्होंने कहा कि राजस्व प्राप्ति 30.03 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। यह पूर्व में जताये गये अनुमान से अधिक है। यह प्राप्ति अर्थव्यवस्था में वृद्धि की मजबूत गति और संगठित रूप को दर्शाती है। राजकोषीय घाटे का संशोधित अनुमान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.8 प्रतिशत है। बाजार मूल्य पर जीडीपी वृद्धि अनुमान में कमी के बावजूद राजकोषीय घाटे में सुधार है।
अगले वित्त वर्ष के लिए बाजार मूल्य पर जीडीपी वृद्धि दर 10.5 प्रतिशत आंकी गई है। यह पहले के 11 प्रतिशत के अनुमान के मुकाबले कम है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बाजार मूल्य पर जीडीपी 3,27,71,808 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। है। यह 2023-24 के लिए पहले अग्रिम अनुमान में जताये गये 2,96,57,745 करोड़ रुपये से अधिक है। यह 10.5 प्रतिशत वृद्धि को बताता है।
सीतारमण ने कहा,‘‘ 2024-25 में उधार के अलावा कुल प्राप्तियां और कुल व्यय क्रमशः 30.80 लाख करोड़ रुपये और 47.66 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। कर प्राप्तियां 26.02 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है।’’ उन्होंने कहा कि चौतरफा विकास का प्रभाव सभी क्षेत्रों में देखा जा सकता है। बाह्य क्षेत्र सहित व्यापक तौर पर आर्थिक स्थिरता है। निवेश मजबूत है।
अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है।’’ सीतारमण ने कहा कि लोग बेहतर जीवन जी रहे हैं और बेहतर कमाई कर रहे हैं, भविष्य के लिए उनकी आकांक्षाएं और भी अधिक हैं। लोगों की औसत वास्तविक आय में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।