लंदन, 26 अप्रैल ब्रिटेन की सरकार ने सोमवार को भारतीय मूल के तीन व्यापारियों समेत 22 लोगों पर पाबंदी लगा दी। इन पर दुनिया के सबसे गंभीर भष्टाचार के मामलों में शामिल होने का आरोप है। इन लोगों पर ब्रिटेन के बैंकों से पैसे निकालने या देश में प्रवेश को लेकर पाबंदी लगा दी गयी है।
कारोबारी भाइयों अजय, अतुल और राजेश गुप्ता को दक्षिण अफ्रीका में भ्रष्टाचार मामले में उनकी भूमिका को लेकर पाबंदी लगायी गयी है। इनके साथ रूस के कर मामले में धोखाधड़ी करने वालों, लातिन अमेरिकी रिश्वत मामले से जुड़े व्यक्तियों तथा सूडान के व्यापारी को प्रतिबंधित किया गया है।
ये सभी नये वैश्विक भ्रष्टाचार निरोधक पाबंदी व्यवस्था के तहत उठाये गये कदमों के दायरे में आये हैं। इसके तहत ब्रिटेन को भ्रष्ट इकाइयों पर पाबंदी लगाने और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था से लाभ उठाने को लेकर कार्रवाई करने का अधिकार मिला है। इसके तहत ब्रिटेन को भ्रष्ट इकाइयों की संपत्ति जब्त करने और यात्रा पर पाबंदी लगाने का अधिकार है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमनिक रॉब ने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार का प्रतिकूल प्रभाव होता है क्योंकि यह विकास को बाधित करता है, गरीब देशों से पैसे को बाहर निकालता है और उनके लोगों को गरीबी मे फंसाये रखता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों पर आज (सोमवार) पाबंदी लगायी गयी है, वे दुनिया में सबसे कुख्यात भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल रहे हैं। ब्रिटेन लोकतंत्र, बेहतर संचालन और कानून के शासन के लिये सदा खड़ा है....।’’
पाबंदी लगायी गयी 22 लागों की सूची में अजय, अतुल और राजेश गुप्ता तथा उनके सहयोगी सलीम एस्सा शामिल हैं। इन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं।
ये दक्षिण अफ्रीका में लंबे समय से जारी भ्रष्टाचार के मामले में शामिल थे जिससे वहां की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है।
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