भारत में सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग को बड़ा झटका! फॉक्सकॉन ने वेदांता के साथ तोड़ी डील, जानें इसके मायने
By आजाद खान | Updated: July 10, 2023 23:13 IST2023-07-10T23:06:47+5:302023-07-10T23:13:10+5:30
बता दें कि फॉक्सकॉन दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स मेकर कंपनी है जो आईफोन और दूसरे एपल प्रोडक्ट्स को असेंबल करने के लिए जाना जाता है।

फोटो सोर्स: फॉक्सकॉन वेबसाइट
नई दिल्ली: सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग (Semiconductor Manufacturing) को लेकर भारत को एक बड़ा झटका लगा है। चिप मैन्यूफैक्चरिंग के लिए करीब एक साल से ज्यादा समय तक भारतीय कंपनी वेदांता (Vedanta) के साथ काम करने के बाद ताइवान की दिग्गज कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) ने अपना मौजूदा करार तोड़ दिया है।
इस डील को खत्म करने के बाद फॉक्सकॉन ने बयान भी जारी किया है और कहा है कि आपसी सहमती के बाद यह डील खत्म हुआ है। बता दें कि इस डील के खत्म होने के बाद पीएम मोदी की भारत में चिप मैन्यूफैक्चरिंग की योजना को एक बड़ा झटका लग सकता है।
क्या है पूरा मामला
फॉक्सकॉन ने सोमवार को बयान जारी कर कहा है कि वह 19.5 अरब डॉलर के सेमीकंडक्टर जॉइंट वेंचर से बाहर हो रहा है। बयान में कंपनी ने कहा है कि 'फॉक्सकॉन ने तय किया है कि वह वेदांता के साथ जॉइंट वेंचर पर आगे नहीं बढ़ेगा।'
कंपनी ने यह भी कहा है कि सेमीकंडक्टर के एक महान विचार को रियलिटी में बदलने के लिए उसने एक साल से भी ज्यादा समय तक वेदांता के साथ काम किया है, लेकिन अब वह इस डील को आगे नहीं ले जा सकता है और इसे यही खत्म कर रहा है। ऐसे में इस डील के खत्म होने के बाद अब यह पूरी तरह से वेदांता के स्वामित्व वाली इकाई हो जाएगी।
क्या फॉक्सकॉन के फैसले भारत को होगा नुकसान
बता दें कि भारत में चिप मैन्यूफैक्चरिंग को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई थी, ऐसे में इस डील के खत्म होने के बाद भारत के चिप मैन्यूफैक्चरिंग के सपने को बड़ा झटका लग सकता है। यही नहीं इस डील के खत्म होने पर विदेशी निवेशकों पर भी इसका असर पड़ सकता है।
गौर करने वाली बात यह है कि फॉक्सकॉन दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने वाली कंपनी है। फॉक्सकॉन को आईफोन और दूसरे एपल प्रोडक्ट्स को एसंबल करने के लिए जाना जाता है। ऐसे में फॉक्सकॉन और वेदांता दोनों कंपनियों ने एक डील पर साइन किया था जिसके तहत गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले प्रोडक्शन प्लांट बनाया जाना था।