राजस्थान में लिथियम का भंडार मिलने पर आनंद महिंद्रा ने जताई खुशी, कहा-चीन जैसी खनिज रिफाइनिंग क्षमता पाने के लिए तेजी से बढ़ाना होगा कदम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 9, 2023 06:01 PM2023-05-09T18:01:10+5:302023-05-09T18:11:06+5:30
राजस्थान में लिथियम का भंडार मिलने पर आनंद महिंद्रा ने खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘‘आखिरकार। हमारे पास 21वीं सदी में विकास के लिए एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन का बड़ा भंडार है। यह संकेत है कि भारत का ‘रोमांचक भविष्य’ है। लेकिन आपूर्ति श्रृंखला में रिफाइनिंग न कि भंडार प्रमुख तत्व है। रिफाइनिंग में चीन के पास बहुत बड़ी बढ़त है।’’
नई दिल्ली: प्रमुख उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने राजस्थान में लिथियम का भंडार मिलने पर मंगलवार को खुशी जताते हुए देश में इस महत्वपूर्ण खनिज की शोधन क्षमता स्थापित करने के लिए तेजी से कदम उठाने का आह्वान किया है। महिंद्रा ने एक ट्वीट में कहा कि रिफाइनिंग क्षमता के मामले में चीन के पास पहले से बढ़त है लिहाजा भारत को तेजी से काम करना होगा।
मामले में आनंद महिंद्रा ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए आनंद महिंद्रा ने कहा है कि ‘‘आखिरकार। हमारे पास 21वीं सदी में विकास के लिए एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन का बड़ा भंडार है। यह संकेत है कि भारत का ‘रोमांचक भविष्य’ है। लेकिन आपूर्ति श्रृंखला में रिफाइनिंग न कि भंडार प्रमुख तत्व है। रिफाइनिंग में चीन के पास बहुत बड़ी बढ़त है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भारत को खनिज रिफाइनिंग की क्षमता स्थापित करने के लिए तेजी से काम करने की जरूरत है।
किस काम में आता है लिथियम
बता दें कि लिथियम का उपयोग मुख्य रूप से दोबारा चार्ज की जा सकने वाली बैटरी बनाने में किया जाता है। यह बैटरी विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों और पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इस्तेमाल की जाती है। ऐसी खबरें हैं कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) को राजस्थान के नागौर जिले के डेगाना में लिथियम का एक और भंडार मिला है। इसके पहले लीथियम के भंडार जम्मू-कश्मीर में भी पाए गए थे।
राजस्थान का लिथियम भंडार जम्मू-कश्मीर से ज्यादा है- दावा
गौर करने वाली बात यह है कि राजस्थान में जो लिथियम के भंडार पाए गए है वह भंडार जम्मू कश्मीर में पाए गए भंडार से बहुत अधिक है। बताया जा रहा है कि राजस्थान के जिस डेगाना नगरपालिका के आसपास ये लिथियम का भंडार पाया गया है, उसी के आसपास रेनवेट की पहाड़ी है और इसी इलाके से कभी टंगस्टन खनिज की देश में आपूर्ति की जाती थी।
आईएएनएस के अनुसार, ब्रिटिश शासन के दौरान उन्होंने डेगाना में रेनवाट की पहाड़ी पर वर्ष 1914 में टंगस्टन खनिज की खोज की थी। आईएएनएस ने यह भी दावा किया है कि राजस्थान में जो लिथियम के भंडार मिले है ये भारत के कुल मांग की 80 फीसदी है। यानी इसका मतलब यह हुआ कि इस भंडार में जितने लिथियम होने के दावे किए जा रहे है अगर इसमें इतने लिथियम पाए जाते है तो इससे भारत की 80 फीसदी की मांग को इसे से पूरा कर लिया जाएगा।
भाषा इनपुट के साथ