अर्थव्यवस्था को लेकर सामने आई रिपोर्ट, राजकोषीय घाटे का लक्ष्य पाने में मिली सफलता
By भाषा | Published: May 31, 2018 09:49 PM2018-05-31T21:49:34+5:302018-05-31T21:49:34+5:30
वर्ष के दौरान उसका राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.53 प्रतिशत रहा।
नई दिल्ली, 31 मई: साल 2017-18 में सरकार राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने में सफल रही। वर्ष के दौरान उसका राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.53 प्रतिशत रहा। यह आंकड़ा वर्ष के संशोधित अनुमान के अनुरूप ही है। लेखा महानियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार आलोच्य वित्त वर्ष में राजस्व घाटा भी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.65 प्रतिशत रहा।
वहीं वास्तविक आंकड़ों में राजकोषीय घाटा 5.91 लाख करोड़ रुपये यानी बजटीय अनुमान का 99.5% रहा। सरकार ने फरवरी में पेश बजट में 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे के बजट अनुमान को संशोधित करते हुये 3.5% कर दिया था जो पहले 3.2% था।सरकार ने 2018-19 के बजट में राजकोषीय घाटे का अनुमान घटाकर जीडीपी का 3.3% पर लाने का लक्ष्य रखा है।
सीजीए द्वारा आज शाम जारी आंकड़ों के अनुसार सरकार का कुल व्यय 21,42,667 करोड़ रुपये यानी मूल रूप से रखी गई योजना का 96.6% रहा। इस दौरान सरकार की कुल प्राप्तियां बजटीय अनुमान का 95.6% यानी 15,51,004 करोड़ रुपये रहीं। आंकड़ों के अनुसार बीते वित्त वर्ष में राजस्व घाटा बजटीय अनुमान का 101% यानी 4.43 लाख करोड़ रुपये रहा।