Yoga Day 2021: तीन साल में हुए थे 53 सर्जरी, फिर भी बोल नहीं पा रही थीं रंगोली चंदले, कंगना रनौत ने कहा- योग ने बहन को दिया नया जीवन
By अनिल शर्मा | Updated: June 21, 2021 10:00 IST2021-06-21T09:39:27+5:302021-06-21T10:00:54+5:30
Yoga Day 2021: रंगोली पर जब एसिड हमला हुआ तब कंगना महज 19 साल की थीं। कंगना ने बताया कि उन्होंने अपने शिक्षक सूर्य नारायण के साथ योग किया था और नहीं पता था कि यह जलने और मनोवैज्ञानिक आघात के रोगियों को भी फायदा पहुंचा सकता है।

Yoga Day 2021: तीन साल में हुए थे 53 सर्जरी, फिर भी बोल नहीं पा रही थीं रंगोली चंदले, कंगना रनौत ने कहा- योग ने बहन को दिया नया जीवन
योग आपके हर प्रश्न (दुख) का उत्तर है। ये शब्द बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के हैं। कंगना ने योग से परिवार को हुए फायदे के बारे में विस्तार से बताया है। एक्ट्रेस ने अपने माता-पिता और बहन की जिंदगी में योग के चमत्कारी प्रभाव के बारे में बताते हुए इसे सभी को अपनाने की बात कही है।
कंगना रनौत ने एक दिन पहले अपने इंस्टाग्रा पर इस बारे में विस्तार से लिखा। उन्होंने बताया कि कैसे रंगोली चंदेल पर हुए एसिड अटैक ने उनकी बहन की जिंदगी खराब कर दी थी। 2 से 3 सालों में 53 सर्जरी हुई थी। फिर भी वह बोल नहीं पाती थी। डॉक्टर के मुताबिक रंगोली सदमे की वजह से बोल नहीं पा रही थीं। लेकिन जब कंगना रंगोली को अपने योगा क्लास में ले जाने लगीं और योग करने लगी उन्हें जबरदस्त फायदा हुआ। योग की मदद से उनकी मां की हार्ट सर्जरी टल गई थी।
एसिड अटैक में रंगोली थर्ड डिग्री जल गई थीं
बकौल कंगना रनौत, एक सड़क छाप रोमियो ने रंगोली पर तेजाब फेंका जब वह मुश्किल से 21 साल की थीं। वह थर्ड डिग्री जल गई। उसका आधा चेहरा जल गया, एक आंख की रोशनी चली गई, एक कान पिघल गया और सीने को भी काफी नुकसान हुआ था।
3 साल में हुए थे 53 सर्जरी
कंगना ने आगे कहा कि 2-3 साल में 53 सर्जरी से गुजरना पड़ा लेकिन उसका फायदा नहीं हुआ। उसने बोलना बंद कर दिया था, हाँ चाहे कुछ भी हो, वह एक शब्द भी नहीं कहती थी। रंगोली की एक वायु सेना अधिकारी से सगाई हुई थी और जब उसने एसिड हमले के बाद उसका चेहरा देखा तो वह चला गया और फिर कभी नहीं लौटा।
योग से बहन को दी नई जिंदगी
रंगोली पर जब एसिड हमला हुआ तब कंगना महज 19 साल की थीं। कंगना ने बताया कि उन्होंने अपने शिक्षक सूर्य नारायण के साथ योग किया था और नहीं पता था कि यह जलने और मनोवैज्ञानिक आघात के रोगियों को भी फायदा पहुंचा सकता है। कंगना के मुताबिक वह रंगोली को योगाभ्यास करना शुरू किया जिसके बाद उनमें काफी कुछ बदला। उसने न केवल अपने दर्द और मेरे चुटकुलों का पर रिएक्ट करती बल्कि उसकी खोई हुई एक आंख की रोशनी भी वापस आ गई।