द कश्मीर फाइल्स पर बोले विवेक अग्निहोत्री- आतंकवादी समूहों का समर्थन करने वाले लोग कर रहे फिल्म की आलोचना
By मनाली रस्तोगी | Updated: March 25, 2022 09:58 IST2022-03-25T09:56:16+5:302022-03-25T09:58:24+5:30
फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स लगातार सुर्खियों में है। इस फिल्म में अनुपम खेर के अलावा मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी समेत प्रकाश बेलावड़ी, दर्शन कुमार, भाषा सुंबली, पुनीत जैसे कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

द कश्मीर फाइल्स पर बोले विवेक अग्निहोत्री- आतंकवादी समूहों का समर्थन करने वाले लोग कर रहे फिल्म की आलोचना
नई दिल्ली: फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर चर्चा का विषय बने हुए हैं। 11 मार्च को रिलीज हुई इस फिल्म को लेकर फिलहाल सियासत भी अपने चरम पर है। ऐसे में द कश्मीर फाइल्स को लेकर फैंस, तमाम राजनेता और बॉलीवुड सेलेब्रिटीज भी दो गुटों में बंट गए हैं। यही नहीं, फिल्म को लेकर संसद में भी बहस जारी है। इस बीच विवेक का कहना है कि जो लोग उनकी फिल्म की आलोचना कर रहे हैं, वे आतंकवादी समूहों का समर्थन करते हैं।
लगातार सुर्खियों में है द कश्मीर फाइल्स
बता दें कि निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स लगातार सुर्खियों में है। इस फिल्म में अनुपम खेर के अलावा मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी समेत प्रकाश बेलावड़ी, दर्शन कुमार, भाषा सुंबली, पुनीत जैसे कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म द कश्मीर फाइल्स जम्मू-कश्मीर में 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और घाटी से उनके दर्दनाक पलायन पर आधारित है। द कश्मीर फाइल्स फाइल्स अक्षय कुमार की फिल्म बच्चन पांडे को कड़ी टक्कर दे रही है। यही नहीं, फिल्म ने दो हफ़्तों के अंदर 200 करोड़ रुपए के आंकड़े को भी पार कर लिया है।
द कश्मीर फाइल्स को लेकर क्या बोले विवेक
वहीं, द कश्मीर फाइल्स को लेकर ये दावे किए जा रहे हैं कि ये एक ध्रुवीकरण वाली फिल्म है। ऐसे में ETimes से बातचीत करते हुए विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए एक महान सेवा है कि आप बुराई और अच्छाई के बीच ध्रुवीकरण करते हैं। दरअसल, मैं ध्रुवीकरण शब्द का इस्तेमाल नहीं करूंगा, मैं कहूंगा कि अलग-अलग लोग जो मानवता समर्थक हैं, जो लोग मानवीय मूल्यों और मानवाधिकारों में विश्वास करते हैं, और जो लोग आतंकवादी समूहों से हैं।
अपनी बात को जारी रखते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि जो लोग आतंकवादियों को वैचारिक या बौद्धिक या मीडिया का समर्थन देते हैं। तो आज एक तरफ हमारे पास बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो मानवता में विश्वास करते हैं, और दूसरी तरफ बहुत कम संख्या में हैं। इस फिल्म को देखने वाले 2 करोड़ लोगों में से आपको एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिलेगा जो यह कहे कि यह फिल्म ध्रुवीकरण करने वाली फिल्म है। जो लोग आतंकवादी समूहों का समर्थन करते हैं वे फिल्म की आलोचना कर रहे हैं। द कश्मीर फाइल्स न बांट रही है और न ही ध्रुवीकरण कर रही है, यह राम और रावण के बीच अंतर बता रही है।