बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला सोशल मीडिया पर हमेशा सुर्ख़ियों में रहती है। अपने महंगे कपड़ों के कलेक्शन से वो अपने फैन्स को चौंका देती हैं।
उर्वशी के के पास दुनिया के सबसे फेमस लग्जरी लेबल्स के कपड़ों से लेकर बैग्स और अन्य चीजों की भरमार है, इनकी कीमत इतनी होती है कि सुनकर ही होश उड़ जाते हैं। उर्वशी अपनी फैशन स्टेटमेंट के लिए जानी जाती हैं। वह अक्सर लाखों के कपड़े पहनकर चर्चा में आ जाती हैं।
ऐसी ही एक कीमती साड़ी वह मनोज कुमार की पोती मुस्कान गोस्वामी के मेहंदी फंक्शन में पहनकर पहुंचीं। इसमें उर्वशी इतनी खूबसूरत लग रही थीं कि उन पर से नजरें हटाना मुश्किल हो रहा था। लेकिन इस साड़ी की कीमत सुनकर आपके होश उड़ जायेंगे।
उर्वशी ने मेहंदी के फंक्शन में गुजराती पटोला साड़ी पहनी थी, जिसे डिजाइनर आशा गौतम ने खासतौर पर क्यूरेट किया था। उन्होंने इस ड्रेस के साथ गोल्ड ज्वैलरी पहनी थी। उन्होंने शानदार मेकअप किया था। उर्वशी ने मल्टीकलर साड़ी पहनी है, जिसके साथ ब्लू ब्लाउज का कॉम्बिनेशन गजब का लुक दे रहा है। खबरों की मानें तो उर्वशी की साड़ी की कीमत 58 लाख बताई जा रही है।
पटोला सदियों पुरानी डबल इकत बुनाई की तकनीक है, जिसकी शुरुआत गुजरात के पाटन से हुई थी। इस कपड़े को बनाने से लेकर धागों की रंगाई तक की तकनीक काफी पेचीदा और मेहनत वाली होती है। यही वजह है कि ये साड़ियों बाजार में महंगी मिलती हैं। इस साड़ी को AG मास्टरपीस के एक्सक्लूजिव कलेक्शन के साथ साल 2020 में लॉन्च किया गया था।
ब्लू, रेड, येलो, ग्रीन जैसे कई रंगों से सजी इस साड़ी पर मुख्यतौर पर पान भात, फूल, हाथी और ज्यामितीय मोटिफ्स देखे जा सकते थे। इस साड़ी को पूरी तरह से रेशम के धागों से तैयार किया गया था। ईटाइम्स से बातचीत करते हुए उर्वशी के स्टाइलिस्ट तुषार कपूर मैलकाइट ने बताया कि अदाकारा का ये परफेक्टली ब्यूटीफुल लुक करीब 58,75, 500 रुपये का था।
इसके साथ ही उन्होंने साड़ी से जुड़ी दूसरी डीटेल्स भी शेयर कीं। 'उर्वशी की पटोला साड़ी को बनने में करीब 6 महीने का वक्त लगा था, जिसमें से 70 दिन रेशम के धागों को रंगने और 25 दिन उसकी बुनाई में ही लगे। इसमें करीब 600 ग्राम रेशम का इस्तेमाल किया गया है।
इस महंगी साड़ी पर सिद्ध हेमग्रंथ की शोभायात्रा को दर्शाया गया है। इसे करीब 12 लोगों ने दो साल में मिलकर बनाया। वहीं उनकी साड़ी में इतना सिल्क इस्तेमाल हुआ था, जितने में करीब 27 आम पटोला साड़ियां तैयार हो जाती हैं।'