टाइगर जिंदा है Quick Review: फिर भारत-पाक एकता का संदेश लाए हैं सलमान
By आदित्य द्विवेदी | Updated: December 22, 2017 11:31 IST2017-12-22T11:30:34+5:302017-12-22T11:31:31+5:30
'टाइगर जिंदा है' एक लाउड फिल्म है। कहीं-कहीं सलमान खान की डायलॉग डिलीवरी सीन को सूट नहीं करता। फिर भी फिल्म में सलमान के अलावा किसी और को भाव नहीं मिला है।

टाइगर जिंदा है Quick Review: फिर भारत-पाक एकता का संदेश लाए हैं सलमान
टाइगर जिंदा है वहीं से शुरू होती है जहां से एक एक था टाइगर खत्म हुई थी। टाइगर और जोया ऑस्ट्रिया में आराम की जिदगी ज़ी रहे हैं। उनका एक जूनियर टाइगर भी पैदा हो गया है।
दूसरी ओर इतरिक में भारत और पाकिस्तान की नर्सों को इस्लामिक स्टेट (ISI) ने बंधक बना लिया है। उन्हें छुड़ाने की पूरी कवायद की जा रही है। लेकिन रॉ चीफ को लगता है कि इस काम सिर्फ टाइगर ही कर सकता है। इसलिए टाइगर को वापस बुला लिया जाता है। उसके बाद फिल्म में सलमान खान आते हैं और छा जाते हैं।
इंटरवल तक पूरा खुल जाती है 'टाइगर जिंदा है'
इंटरवल तक फिल्म का पूरा प्लाट सेट हो चुका है। आगे की कहानी का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है। ऑडियंस जानती है टाइगर नर्सों को तो बचा ही लेगा। बस देखना ये है ये कितना धमाकेदार होता है।
सानिया मिर्जा और शोएब मालिक पर बने हैं जोक्स
फिल्म में भारत-पाकिस्तान की एकता का संदेश है। सानिया मिर्जा और शोएब मालिक के जोक्स से हंसाने की भी कोशिश की गई है। फिल्म लाउड है और इसी की उम्मीद भी की जा रही थी। कहीं-कहीं सलमान खान की डायलॉग डिलीवरी सीन को सूट नहीं करता। लेकिन यही भाई का स्टाइल है।
सलमान के आगे किसी को भाव नहीं मिला। जोया के हिस्से कुछ अच्छे सीन आए हैं। 'दिल दी या गल्लां' गाना बेहद रोमांटिक तरीके से फिल्माया गया है।
'टाइगर जिंदा है'
सितारेः सलमान खान, कैटरीना कैफ, सुदीप, अंगद बेदी, परेश रावल, कुमुद मिश्रा, गिरश कर्नाड, अनुप्रिया, प्रदीप रावत
निर्देशकः अली अब्बास जफर
म्यूजिकः जूलियस पैकिअम, विशाल शेखर
बैनर/निर्माताः यशराज फिल्म्स/आदित्य चोपड़ा