स्त्री ने Box Office पर दिखाई ताकत, 100 करोड़ से बस इतना पीछे
By विवेक कुमार | Updated: September 12, 2018 12:47 IST2018-09-12T12:44:46+5:302018-09-12T12:47:24+5:30
'स्त्री' फिल्म को 1950 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। वहीं इस फिल्म का बजट करीब 30 करोड़ बताया जा रहा है। इस फिल्म की कहानी राज और डी के ने लिखी है।

स्त्री ने Box Office पर दिखाई ताकत, 100 करोड़ से बस इतना पीछे
मुंबई, 12 सितम्बर: अमर कौशिक के निर्देशन में बनी राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म 'स्त्री' बॉक्स ऑफिस पर लगातार कमाई कर रही है। 31 अगस्त को रिलीज हुई इस फिल्म को क्रिटिक्स ने भी अच्छे रिव्यू दिए हैं। ट्रेड एनालिस्ट तरन आदर्श के अनुसार 'स्त्री' ने सिनेमाघरों में अपने पहले वीक में 60.39 करोड़ कमाए।
फिल्म ने दूसरे वीक शुक्रवार को 4.39 करोड़, शनिवार को 7. 63 करोड़, रविवार को 9.88 करोड़ और सोमवार को 3.31 करोड़ और मंगलवार को 3. 32 करोड़ की कमाई की. अब तक फिल्म ने अपने खाते में कुल 88. 82 करोड़ जमा कर लिए हैं।
#Stree maintains the momentum... Is ROCK-STEADY... [Week 2] Fri 4.39 cr, Sat 7.63 cr, Sun 9.88 cr, Mon 3.31 cr, Tue 3.22 cr. Total: ₹ 88.82 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) September 12, 2018
'स्त्री' फिल्म को 1950 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। वहीं इस फिल्म का बजट करीब 30 करोड़ बताया जा रहा है। इस फिल्म की कहानी राज और डी के ने लिखी है।
अगर 'स्त्री' के बारे में बात करें तो फिल्म की कहानी चंदेरी गांव की है। जहां एक 'स्त्री' का काला साया मंडराता है। गांव में इस स्त्री के भूत का खौफ इतना ज्यादा है कि घर के सभी दीवारों पर 'ओ स्त्री कल आना' लिखा होता है। गांव वालों का मानना है कि हर साल पूजा के अवसर पर ये स्त्री आती है और गांव के पुरषों को उठा ले जाती है। वहीं इस फिल्म में राजकुमार राव लेडिज टेलर विकी के किरदार में नजर आते हैं। गांव में विकी के दो जिगरी दोस्त भी हैं बिट्टू (अपारशक्ति खुराना) और जनक (अभिषेक बनर्जी)।
एक दिन विकी के जिन्दगी में अचानक श्रद्धा कपूर की एंट्री होती है। लेकिन श्रद्धा के आते ही गांव के आदमियों का गायब होने का सिलसिला शुरू हो जाता है। विकी के दोस्तों को शक है कि ये स्त्री(भूत) और कोई नहीं श्रद्धा कपूर ही है। ये शक और भी ज्यादा गहरा हो जाता है जब विकी का जिगरी दोस्त जनक, स्त्री का अगला शिकार बनता है। जिसके बाद शक की पूरी सूई श्रद्धा की तरफ जाती है। फिर शुरू होती है 'स्त्री' से छुटकारा पाने की खोज जिसमें विकी का साथ पंकज त्रिपाठी देते हैं। जिसके बाद कहानी कई ट्विस्ट और टर्न लेती है जो आपको डराती और गुदगुदाती है।