'स्त्री' ने बॉक्स ऑफिस पर दिखाया दम, 100 करोड़ी क्लब में शामिल होने से बस इतनी है पीछे
By विवेक कुमार | Updated: September 14, 2018 16:11 IST2018-09-14T15:53:33+5:302018-09-14T16:11:01+5:30
Stree Movie Box Office Collection Week 2: 'स्त्री' फिल्म को 1950 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। वहीं इस फिल्म का बजट करीब 30 करोड़ बताया जा रहा है।

'स्त्री' ने बॉक्स ऑफिस पर दिखाया दम, 100 करोड़ी क्लब में शामिल होने से बस इतनी है पीछे
मुंबई, 14 सितम्बर: अमर कौशिक के निर्देशन में बनी राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म 'स्त्री' सिनेमाघरों में लगातार कमाई कर रही है। इस फिल्म को क्रिटिक्स ने भी अच्छे रिव्यू दिए हैं। अगर कमाई के बारे में बात करे तो फिल्म स्त्री जल्द ही 100 करोड़ के क्लब में शामिल होने वाली है। ट्रेड एनालिस्ट तरन आदर्श के अनुसार 'स्त्री' ने सिनेमाघरों में अपने पहले वीक में 60.39 करोड़ कमाए।
फिल्म ने दूसरे वीक में 35. 14 करोड़ रुपए अपने खाते में जमा कर लिए हैं. फिल्म की अब तक कुल कमाई 95.53 करोड़ की कर ली है।
'स्त्री' फिल्म को 1950 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। वहीं इस फिल्म का बजट करीब 30 करोड़ बताया जा रहा है। इस फिल्म की कहानी राज और डी के ने लिखी है।
#Stree biz at a glance...
— taran adarsh (@taran_adarsh) September 14, 2018
Week 1: ₹ 60.39 cr
Week 2: ₹ 35.14 cr
Total: ₹ 95.53 cr
India biz.
SUPER HIT.
अगर 'स्त्री' के बारे में बात करें तो फिल्म की कहानी चंदेरी गांव की है। जहां एक 'स्त्री' का काला साया मंडराता है। गांव में इस स्त्री के भूत का खौफ इतना ज्यादा है कि घर के सभी दीवारों पर 'ओ स्त्री कल आना' लिखा होता है। गांव वालों का मानना है कि हर साल पूजा के अवसर पर ये स्त्री आती है और गांव के पुरषों को उठा ले जाती है। वहीं इस फिल्म में राजकुमार राव लेडिज टेलर विकी के किरदार में नजर आते हैं। गांव में विकी के दो जिगरी दोस्त भी हैं बिट्टू (अपारशक्ति खुराना) और जनक (अभिषेक बनर्जी)।
एक दिन विकी के जिन्दगी में अचानक श्रद्धा कपूर की एंट्री होती है। लेकिन श्रद्धा के आते ही गांव के आदमियों का गायब होने का सिलसिला शुरू हो जाता है। विकी के दोस्तों को शक है कि ये स्त्री(भूत) और कोई नहीं श्रद्धा कपूर ही है। ये शक और भी ज्यादा गहरा हो जाता है जब विकी का जिगरी दोस्त जनक, स्त्री का अगला शिकार बनता है। जिसके बाद शक की पूरी सूई श्रद्धा की तरफ जाती है। फिर शुरू होती है 'स्त्री' से छुटकारा पाने की खोज जिसमें विकी का साथ पंकज त्रिपाठी देते हैं। जिसके बाद कहानी कई ट्विस्ट और टर्न लेती है जो आपको डराती और गुदगुदाती है।