नसीरुद्दीन शाह के बयान पर दो गुटों में बंटे बॉलीवुड सितारे, किसी ने किया सपोर्ट तो किसी ने लगाई लताड़
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: December 24, 2018 10:48 IST2018-12-24T10:48:09+5:302018-12-24T10:48:09+5:30
सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है कि बॉलीवुड सितारे दो गुटों में बंट गए हैं। कोई नसीरुद्दीन के सपोर्ट में उतर आया है तो कोई विरोध में उतर आया है।

फाइल फोटो
बुलंदशहर हिंसा और हिन्दू-मुस्लिम पर बयान देकर बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह घिरते नजर आ रहे हैं। इस बयान के लिए नसीरुद्दीन शाह की काफी आलोचना भी की जा रही है। जिसके बाद नसीरुद्दीन शाह ने मीडिया को कहा है कि आखिर, मैंनें ऐसा क्या कह दिया है कि मुझे गद्दार कहा जा रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है कि बॉलीवुड सितारे दो गुटों में बंट गए हैं। कोई नसीरुद्दीन के सपोर्ट में उतर आया है तो कोई विरोध में उतर आया है।
नसीरुद्दीन से पक्ष में उतरते हुए एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने ट्वीट किया। स्वरा ने ट्विटर पर लिखा है कि हमारा घर है, कौन निकाल सकता है हमें यहां से। आपके साथ हूं नसीरुद्दीन सर ...।
“Hamara ghar hai, kaun Nikaal sakta hai hamey yahaan sey!!!!” More power to you #NaseeruddinShah sir ❣️ https://t.co/fmsG52PIE4
— Swara Bhasker (@ReallySwara) December 20, 2018
रिचा चढ्डा भी इस मामले में अपने विचार ट्विटर पर शेयर कर चुकी हैं। रिचा ने एक यूजर के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा है कि उनसे यह क्यों नहीं पूछा कि उन्हें ऐसा क्यों लगता है? यह उनका सच है, उनका अनुभव है। और ऐसे ही कई दूसरों का भी। क्या आप उनकी भावनाओं को सेंसर कर सकते हैं? आप इसके लिए उन्हें शर्मिंदा नहीं कर सकते। उनकी टिप्पणी की प्रतिक्रियाएं उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे को सही साबित कर रही हैं। नकली राष्ट्रवादी होने से बेहतर है नाराज देशभक्त होना।
Why not ask him why he feels this way? It’s his truth, his experience. And that of so many others. Can you censor his feelings ? You can’t shame him for it. The responses to his comment are proving the point he’s making. Better to be an angry patriot than a fake nationalist I say https://t.co/kOBWUHen2y
— TheRichaChadha (@RichaChadha) December 21, 2018
नसीर के विरोध में उतरने वालों की लिस्ट भी है। अभिनेता अनुपम खेर ने कहा है कि उन्हें और कितनी आजादी चाहिए? मीडिया से बात करते हुए खेर ने कहा कि इस देश में काफी ज्यादा आजादी है जैसे आप आर्मी को गाली दे सकते हैं, वायुसेना प्रमुख के लिए अपशब्द कह सकते हैं और सैनिकों पर पत्थर फेंक सकते हैं। और आपको कितनी आजादी चाहिए एक देश में? उन्हें (नसीरुद्दीन शाह) जो बोलना है बोलने दीजिए, जरूरी नहीं है कि जो उन्होंने कहा वो सच है।'
Anupam Kher on Naseeruddin Shah's statement: There’s so much freedom in the country that you can abuse the army, badmouth the air chief and pelt stones at the soldiers. How much more freedom do you need in a country? He said what he felt like, it doesn’t mean it’s the truth. pic.twitter.com/43nAMfK59h
— ANI (@ANI) December 22, 2018
पायल रोहतगी ने फेसबुक लाइव में कहा, ''अगर नसीरुद्दीन शाह को अपने बच्चों के लिए डर लगता है तो उन्होंने याकूब मेमन के लिए पटीशन क्यों साइन की थी।'' पायल ने कहा, ''भारत विभिन्न धर्मों वाला देश हैं...और यहां ऐसा कुछ भी नहीं होता है, जिसके लिए ऐसी बातें बोली जाए।''
अगर #nasseruddinshah को अपने बच्चों के लिए डर लगता है तो #YakubMemon की petition क्यूँ sign की 😜#RajdeepSardesai types ने #nasseruddinshah के भाई की interview की तो दूसरे #IndianMuslim#HamidAnsari जिसको पाकिस्तान से ६ साल बाद रिहाई मिली उनकी माँ की interview क्यूँ नहीं ली 🤪 pic.twitter.com/TA72S753hx
— PAAYAL ROHATGI & Team (@Payal_Rohatgi) December 21, 2018
क्या दिया था नसीरुद्दीन शाह ने बयान
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ''हमने बुलंदशहर हिंसा में देखा कि आज देश में एक गाय की मौत की अहमियत पुलिस ऑफिसर की जान से ज्यादा होती है।''
नसीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि इन दिनों समाज में चारों तरफ जहर फैल गया है। उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। आज पूरे समाज में हिन्दू मुस्लिम का जहर फिर से घुल गया है।''
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘मुझे बचपन में धार्मिक शिक्षा मिली थी। रत्ना (अभिनेता की पत्नी) एक प्रगतिशील घर की थी और उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला और हमने तय किया कि हम अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि मेरा मानना है कि किसी के अच्छे होने या बुरे होने का धर्म से कोई लेना देना नहीं है’
नसीरुद्दीन शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की ही तरह है।