माधुरी दीक्षित को सरोज खान के कारण मिला था असली मुकाम, एक्ट्रेस के सारे हिट गाने किए थे कोरियोग्राफ
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: July 3, 2020 09:23 IST2020-07-03T09:23:22+5:302020-07-03T09:23:22+5:30
माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) को अपने डांस और एक्सप्रेशंस की वजह से बॉलीवुड (Bollywood) में जो खास जगह बनाई उसके पीछे सरोज खान (Saroj Khan) का बहुत बड़ा रोल है

सरोज खान ने माधुरी के गानों को किया कोरियोग्राफ (सोशल मीडिया फोटो)
सरोज खान (Saroj Khan) फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला कोरियोग्राफर (Choreographer) थी, जिन्होंने कई अभिनेत्रियों एक खास पहचान दी। सरोज ने 2000 से ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया था। सरोज खान ने दुनिया को अलविदा कह दिया है इससे बॉलीवुड को तगड़ा झटका लगा है।
कोरियोग्राफी से पहले सरोज खान 50 के दशक में ब्रैकग्राउंड डांसर के तौर पर काम करना शुरू किया था।कोरियोग्राफर ने श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित और आलिया भट्ट सहित बॉलीवुड के कई कलाकारों को कोरियोग्राफ किए। कहा जाता है माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) बॉलीवुड में खास जगह दिलाने में सरोज खान का बड़ा हाथ था।
माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit)के लगभग सभी हिट गानों को सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया था। 'धक-धक' से लेकर 'तबाह हो गए' तक माधुरी के कई ऐसे गाने हैं, जिनके लिए सरोज खान को हमेशा याद किया जाता रहेगा।
तीन साल की उम्र से की शुरुआत
सरोज खान ने तीन साल की उम्र में बैकग्राउंड डांसर के तौर पर काम करना शुरू किया था। उन्हें 1974 में पहली बार 'गीता मेरा नाम' में पहली बार बतौर कोरियोग्राफर काम करने का मौका मिला। तीन बार नेशनल अवॉर्ड अपने नाम करने वालीं सरोज ने 2000 से ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया।
इसमें 1987 में आई मिस्टर इंडिया फिल्म की मशहूर 'हवा-हवाई' सहित तेजाब (1988) का एक-दो तीन और बेटा (1992) का 'धक-धक करने लगा' जैसे मशहूर गाने शामिल हैं। उन्होंने देवदास (2002) में भी 'डोला रे डोला' गाने को कोरियोग्राफ किया।
सरोज ने बतौर कोरियोग्राफर आखिरी फिल्म कलंक (2019) की थी। करण जौहर के प्रोडक्शन वाली इस फिल्म में उन्होंने माधुरी दीक्षित के ही एक गाने 'तबाह हो गये' में नृत्य दिया था। इससे पहले वे कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी' में भी एक गाने को कोरियॉग्राफ कर चुकी हैं। सरोज का जन्म 22 नवंबर 1948 को हुआ। उनका असली नाम निर्मला नागपाल था। विभाजन के बाद सरोज खान का परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया था।