लम्बे इंतजार के बाद पूरे 13 महीने 18 दिन बाद 'गाएतोंडे' लौट आया है। इस बार लोगों में सेक्रेड गेम्स को लेकर काफी एक्साइटमेंट हैं। हम यहां आपको सेक्रेड गेम्स के सीजन 2 का एपिसोड दर एपिसोड रिव्यू देंगे। पिछला सीजन जिन्होंने देखा है उन्हें रिमाइंड करा दें कि पहला सीजन उस जगह खत्म होता है जहां गाएतोंडे यानी अपने नवाजुद्दीन सिद्दकी को किसी बंद सी जगह में रखते हैं। वहीं सरताज यानी सैफ अली खान की एक अंगूठा काट दिया जाता है।
दूसरे सीजन के पहले एपिसोड की शुरुआत भी वहीं से होती है। गाएतोंडे जिस जगह पाया जाता है उसे देखकर शायद आपको भी वॉन्टेड फिल्म की याद आ जाएगी। पूरा सेटअप इस बार इंडिया में ना होकर किसी बाहर देश का दिखाया गया है।
पॉलिटिकल ऐंगल से जुड़े सेक्रेड गेम्स के पहले एपिसोड में इस बात का भी जिक्र दिखाया गया है कि जंग का वक्त आ गया है। अब इस जंग और मुंबई को बचाने, गाएतोंडे के तीसरे बाप को ढूंढने के बीच सरताज यानी सैफ अली खान की लव लाइफ की लगी पड़ी है।
पहले ही एपिसोड से ताबड़तोड़ गोलियों और गालियों के बीच कहीं-कहीं कुछ ह्यूमर डालने की कोशिश जरूर की गई है। फिर चाहे वो गाएतोंडे और बंटी के बीच की बात हो या पुरुषोतम और गाएतोंड़े के बीच की बात। दूसरे सीजन के पहले एपिसोड में जोजो की एंट्री तो हुई मगर बहुत से किरदार अभी आगे के लिए बचा के रखे हैं।
ओवल ऑल पहले एपिसोड में पुरानी चीजों को जोड़ते हुए नई कहानियों और नए कैरेक्टर्स को स्टैब्लिश करने की कोशिश की गई है। कहीं कहीं कुछ चीज बिना मतलब की बेवजह सी है। लगता है अगर ये ना भी होती तो काम चल सकता था। बाकी अब इंतजार है पंकज की एंट्री का। जिनकी आवाज पहले सीजन में एंट्री ले चुकी है।
आप चाहें तो सेक्रेड गेम्स के सीजन 2 का रिव्यू वीडियो फॉर्म में भी देख सकते हैं-