सुशांत केस: शौविक का दोस्त सूर्यदीप हिरासत में, ड्रग्स पार्टी में ले गया था?
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 14, 2020 02:45 PM2020-09-14T14:45:43+5:302020-09-14T14:45:43+5:30
सुशांत सिंह राजपूत के निधन केस में हर रोज तरह तरह के खुलासे हो रहे हैं। एक्टर के निधन के अब तीन महीने बाद इस केस की जांच सीबीआई, एनसीबी और ईडी कर रही है। इस केस में ड्रग्स एंगल खुलकर सामने आया है। कई चैट सामने आने के बाद रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक समेत कई लोगों को एनसीबी ने गिरफ्तार किया है।आज एनसीबी की टीम ड्रग पैडलर सूर्यदीप मल्हौत्रा के घर पर सुबह से छापेमारी कर रही है।
खबर के अनुसार एनसीबी की छापेमारी में सूर्यदीप, रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक का स्कूल फ्रेंड है और उसके कई चैट सामने आए हैं। सूर्यदीप को एनसीबी ने हिरासत में ले लिया है।
खबर के अनुसार सूर्यदीप मल्हौत्रा, शोविक चक्रवर्ती के बचपन का दोस्त है और 10 अक्टूबर 2019 के चैट में शोविक ड्रग्स के लिए अपने एक दोस्त को सूर्यदीप का नाम रेफेर कर रहा है। सूर्यदीप रेग्युराली केपरी हाइट और बाद में मोंट ब्लेंक बिल्डिंग में जाया करता था और शॉविक को हाई एंड ड्रग पार्टी में भी सूर्यदीप कई बार ले गया है। सूर्यदीप के संपर्क में बांद्रा से वर्सोवा तक के कई यंग ड्रग पेडलर्स संपर्क में थे।
बताया जा रहा है कि सूर्यदीप का घर मुंबई के पॉश इलाके में है। सुबह 6 बजे मुंबई एनसीबी की टीम ने ऑपरेशन चलाया था। उसके बाद सुर्यदीप को लेकर एनसीबी की टीम निकल गई। अपार्टमेंट के बाहर मुंबई पुलिस की 2 पीसीआर वैन भी तैनात है।
पूछताछ में सामने आया बॉलीवुड के कई सितारों का नाम
टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक रिया चक्रवर्ती ने बॉलीवुड के कई ए-लिस्टर्स के नाम लिए हैं। यह जानकारी रिया ने एनसीबी को दी है। लेकिन अभी तक साफ नहीं हो सका है कि रिया ने इन नामों को क्यों लिया है। रिया के मुताबिक सुशांत ने अपने को-स्टार्स के साथ ड्रग्स लेने शुरू किए थे। सुशांत व्हॉट्सऐप पर मैसेज टाइप करने के लिए बोलते थे जो कि ड्रग्स से जुड़े होते थे। सुशांत यह निश्चित करते थे कि ड्रग्स की डिलिवरी उनके स्टाफ का कोई सदस्य करे।
ड्रग्स में बहुत ज्यादा इंवॉल्व हो चुके थे सुशांत
रिया के मुताबिक कोई नहीं जानता था कि सुशांत ड्रग्स में इतना ज्यादा इंवॉल्व हो चुके हैं। इस मामले में रिया से रविवार को एनसीबी ने पहली बार करीब छह घंटे की पूछताछ की थी। गौरतलब है कि एजेंसी को मोबाइल फोन चैट रिकॉर्ड तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डेटा हासिल हुआ था जिसमें प्रतिबंधित मादक पदार्थ की खरीद में इन लोगों की संलिप्तता सामने आई थी।