बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हाल ही में इंटरव्यू दिया है और जिस कारण से वह सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। कंगना ने बॉलीवुड के कई बड़े सेलेब्स को आड़े हाथों लिया है। ऐसे में फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने अपने ट्वीट के जरिए एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने इस मामले में लगातार कई ट्वीट करते हुए लिखा, 'कल कंगना रनौत का इंटरव्यू देखा। अनुराग ने अब एक बार फिर से ट्वीट करके कंगना पर निशाना साधा है।
अनुराग कश्यप बेहतरीन डायरेक्शन के लिए जाने जाते हैं। अनुराग ने अब तक कई नायाब फिल्में भी फैंस के सामने पेश की हैं। अनुराग कुछ समय पहले सोशल मीडिया से गायब हो गए थे। लेकिन देश हालातों का हवाला देते हुए एक बार फिर से उन्होंने ट्विटर पर वापसी की है। इस वापसी के साथ ही वह अपने पुराने तेवर में लौट आए हैं। अनुराग सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं, वह आए दिन अपना पक्ष राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर रखते रहते हैं।
अब अनुराग ने ट्वीट करके लिखा है कि मेरी रोटी बॉलीवुड से नहीं चलती । मेरी फ़िल्म प्रोड्यूस करने कोई Dharma, Excel या YRF या कोई स्टूडियो नहीं आता । खुद नयी कंपनी बनानी पड़ती है और खुद बनाता हूँ। कंगना के पास जब कोई काम नहीं था तब क्वीन बनायीं थी। तनु वेड्स मनु जब अटक गयी थी उसे खतम करने के लिए - cont
अनुराग ने आगे लिखा कि मैंने आनंद राय को मदद की थी और financiers से मिलाया था । चाहे तो पूछ सकते हैं। मैं नाम ले कर बोल रहा हूँ और बोलूँगा जो सच है ।
इससे पहले अनुराग ने कहा कि एक समय में मेरी बहुत अच्छी दोस्त हुआ करती थी।मेरी हर फिल्म पर आकर मेरा हौसला भी बढ़ाती थी, लेकिन इस नई कंगना को मैं नहीं जानता और अभी उसका यह डरावना इंटरव्यू भी देखा जो 'मणिकर्णिका' की रिलीज के बिलकुल बाद का है। सफलता और ताकत का नशा हर किसी को बराबर बहकाता है, चाहे वो इनसाइडर हो या आउटसाइडर मुझसे सीखिए, मेरे जैसा बनिए।
अनुराग ने कहा था कि एक समय में मेरी बहुत अच्छी दोस्त हुआ करती थी।मेरी हर फिल्म पर आकर मेरा हौसला भी बढ़ाती थी, लेकिन इस नई कंगना को मैं नहीं जानता और अभी उसका यह डरावना इंटरव्यू भी देखा जो 'मणिकर्णिका' की रिलीज के बिलकुल बाद का है। सफलता और ताकत का नशा हर किसी को बराबर बहकाता है, चाहे वो इनसाइडर हो या आउटसाइडर मुझसे सीखिए, मेरे जैसा बनिए।
क्या कहा कंगना ने
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा था, 'मुंबई पुलिस ने मुझे बुलाया और मैंने भी उनसे पूछा कि मैं मनाली में हूं और क्या आप किसी को मेरे यहां भेज सकते हैं मेरा बयान लेने के लिए, लेकिन उसके बाद मुझे कोई जवाब नहीं मिला। मैं बता रही हूं, कि अगर मैंने कुछ ऐसा कह दिया हो, जिसकी मैं गवाही नहीं दे सकती, जिसे मैं साबित नहीं कर सकती और जो जनता के हित में नहीं है तो मैं अपना पद्मश्री लौटा दूंगी। मैं उसकी हकदार नहीं हूं फिर। मैं वो इंसान नहीं हूं जो इस तरह के बयान दे और अब तक मैंने जो कुछ भी कहा है वो जनता के हित में ही है।'