वीर दास की वेब सीरीज हंसमुख पर विवाद, नेटफ्लिक्स पर प्रसारण रोकने की मांग
By भाषा | Published: April 27, 2020 01:51 PM2020-04-27T13:51:23+5:302020-04-27T13:51:23+5:30
अधिवक्ता आशुतोष दुबे द्वारा दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि वेब सीरीज के एपिसोड नम्बर चार में वकीलों को चोर, बदमाश, गुंडे और बलात्कारी के तौर पर बताया गया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय उस अर्जी पर सुनवायी करेगा जिसमें याचिकाकर्ता ने ऑनलाइन मीडिया-स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को उसकी वेब सीरीज ‘हंसमुख’ को प्रसारित करने से रोकने का अनुरोध किया है। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि इसमें वकीलों की छवि और प्रतिष्ठा कथित रूप से धूमिल की गई है। एक अधिवक्ता द्वारा दायर वाद को सोमवार को न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा के समक्ष सुनवायी के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
अधिवक्ता आशुतोष दुबे द्वारा दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि वेब सीरीज के एपिसोड नम्बर चार में वकीलों को चोर, बदमाश, गुंडे और बलात्कारी के तौर पर बताया गया है। उच्चतम न्यायालय में वकालत करने वाले दुबे ने दावा किया है कि ‘‘बयान (सीरीज में) अत्यधिक अपमानजनक और कानून के पेशे और वकीलों को आम जनता की नज़र में बदनाम करने वाले हैं।’’
वाद में वेब सीरीज के निर्माता, निर्देशक और लेखक को यह निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि वे ‘‘अधिवक्ता समुदाय की छवि को धूमिल करने के लिए बिना शर्त माफी मांगें जिसमें न्यायाधीश भी शामिल हैं क्योंकि वे भी कभी वकील रहे हैं।’’ इसमें यह भी मांग की गई है कि ‘हंसमुख’, विशेष रूप से वेब सीरीज के एपिसोड चार से ‘‘बयानों और सामग्री को हटाया जाए।’’