फाइजर की वैक्सीन से बढ़ रहे हैं एलर्जी के मामले, अस्पताल ने टीकाकरण रोका
By स्वाति सिंह | Updated: December 20, 2020 16:17 IST2020-12-20T16:00:58+5:302020-12-20T16:17:27+5:30
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने वैक्सीन से एलर्जी के पांच मामलों की जांच शुरू कर दी है।बताया जा रहा है कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन की वजह से शुक्रवार को कई एलर्जी के मामले सामने आए हैं

फाइजर की वैक्सीन से बढ़ रहे हैं एलर्जी के मामले, अस्पताल ने टीकाकरण रोका
अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल समेत दुनिया के कई देशों में वैक्सीनों के आपातकालीन इस्तेमाल को भी मंजूरी दी जा चुकी है। वहीं, दूसरी ओर अमेरिका के कई राज्यों में फाइजर की कोरोना वैक्सीन की वजह से लोगों के बीमार पड़ने की घटनाएं सामने आई हैं।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने वैक्सीन से एलर्जी के पांच मामलों की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन की वजह से शुक्रवार को कई एलर्जी के मामले सामने आए हैं। इसके बाद शिकागो के हॉस्पिटल ने तो कुछ दिन के लिए वैक्सीनेशन स्थगित भी कर दी।
बता दें कि हाल ही में फैसला लिया गया था कि रविवार से वैक्सीनेशन फिर शुरू किया जाएगा। जिसके बाद चार लोगों को वैक्सीन से एलर्जी हुई। इनमें से एक व्यक्ति को एलर्जी की गंभीर समस्या हुई। फाइजर कंपनी की ओर से घटना पर तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
वहीं, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो शुरु से ही कोरोना वायरस को लेकर संदेह करते नज़र आये हैं। अब उन्होंने यह तक संदेह जताया है कि अमेरिकी कंपनी फाइज़र और उसकी जर्मन पार्टनर बायोएनटेक की वैक्सीन से लोग मगरमच्छ या दाढ़ी वाली महिलाओं में तब्दील हो सकते हैं। बता दें कि इस हफ्ते उन्होंने ऐलान किया है कि वह वैक्सीन नहीं लेंगे जबकि देश में वैक्सिनेशन शुरू हो चुका है।
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने बीते साल इस वायरस को 'मामूली फ्लू' बताया था। देश में सामूहिक टीकाकरण की शुरुआत के बावजूद उन्होंने कहा है कि वह कोरोनावायरस का टीका नहीं लगवाएंगे। बोल्सोनारो ने गुरुवार को कहा, 'फाइज़र के कॉन्ट्रैक्ट में साफ-साफ लिखा है कि किसी भी साइड इफेक्ट के लिए वे जिम्मेदार नहीं होंगे।' बोल्सोनारो ने कहा कि वैक्सीन से अगर आप मगरमच्छ बन जाते हैं तो यह आपकी समस्या है।