सिद्धार्थ की मौत से शहनाज ही नहीं उनके भाई भी हैं सदमे में, भावुक पोस्ट में लिखी अपनी व्यथा
By अनिल शर्मा | Updated: September 4, 2021 08:55 IST2021-09-04T08:40:23+5:302021-09-04T08:55:45+5:30
इस बीच शहबाज ने अपने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट लिखा है जिसमे उन्होंने सिद्धार्थ जैसा बनने की बात कही है। शहबाज ने कहा है कि सिद्धार्थ जैसा बनने का उनका सपना है।

सिद्धार्थ की मौत से शहनाज ही नहीं उनके भाई भी हैं सदमे में, भावुक पोस्ट में लिखी अपनी व्यथा
मुंबईः सिद्धार्थ शुक्ला के जाने के बाद ना सिर्फ उनकी कथित प्रेमिका शहनाज सदमे में हैं बल्कि शहनाज के भाई शहबाज भी व्यथित हैं। बहन की हालत उनसे देखी नहीं जा रही। जब सिद्धार्थ की मौत का पता उन्हें चला तो वे तुरंत मुंबई के लिए रवाना हो गए थे। क्योंकि उस समय उनकी बहन शहनाज की हालत बिल्कुल भी ठीक नहीं थी।
इस बीच शहबाज ने अपने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट लिखा है जिसमे उन्होंने सिद्धार्थ जैसा बनने की बात कही है। शहबाज ने कहा है कि सिद्धार्थ जैसा बनने का उनका सपना है। और इस वे जरूर पूरा करेंगे। शहबाज ने लिखा- ‘मेरे शेर आप हमेशा हमारे साथ थे और आगे भी हमेशा रहोगे। आपके जैसा बनने की कोशिश करूंगा। ये मेरा अब सपना है और ये सपना जरूर पूरा होगा। मैं नहीं कहूंगा रेस्ट इन पीस क्योंकि ऐसा नहीं है। लव यू सिद्धार्थ शुक्ला।’
सिद्धार्थ शुक्ला और शहनाज गिल दो जिस्म एक जान की तरह थे। उन्होंने अपने रिश्तों को कभी आधिकारिक तौर पर जाहिर नहीं किया लेकिन उनके करीबियों ने इस बात की गवाही जरूर दी है कि वे एक-दूसरे को कितना चाहते थे।
शहनाज गिल और सिद्धार्थ शुक्ला एक-दूसरे को अच्छा दोस्त बताते आए हैं। हालांकि खबरों की मानें तो बिग बॉस 13 के बाहर आने के बाद से ही वे एक-दूसरे को डेट कर रहे थे। बिग बॉस के पूर्व प्रतिभागी अबू मलिक ने कहा भी कि शहनाज चाहती थीं कि वे सिद्धार्थ को शादी के लिए मनाएं। ये पिछले साल की बात है।
अब जब सिद्धार्थ ने इस दुनिया को ही अलविदा कह दिया तो उनके जीने की वजह भी चली गई है। सिद्धार्थ के निधन के बाद जब शहनाज से उनके पिता ने बात की तो वह सिर्फ और सिर्फ दुख में डूबी हुई थीं। पिता ने बताया भी था कि उसकी हालत ठीक नहीं है इसलिए बेटा शहबाज उसके पास (मुंबई) जा रहा है।पिता ने अब बताया है कि शहनाज की बाहों में ही सिद्धार्थ के प्राण निकले।
शहनाज गिल के पिता संतोख सिंह सुख ने बताया है कि शहनाज ने उन्हें बताया कि जब सिद्धार्थ शुक्ला का निधन हुआ तब वह उनके साथ थीं। संतोख ने कहा, "उसने मुझसे कहा- उसने (सिद्धार्थ) मेरे हाथों में दम तोड़ा। अब मैं क्या करूंगी? अब कैसे जीऊंगी?" बकौल संतोख, शहनाज सिद्धार्थ को जगाने गई थीं लेकिन वह नहीं जागे।