बॉलीवुड के गलियारों में देखा जाता रहा है कि यहां बहुत कम ही डायरेक्टर और एक्टर की दोस्ती देखने को मिलती है। ऐसे में अनुपम खेर और महेश भट्ट इस इंडस्ट्री में ऐसे सितारे हैं जो बहुत ही अच्छे दोस्त माने जाते हैं।
दोनों की दोस्ती शुरुआत 1984 में आई महेश भट्ट के द्वारा निर्देशित फिल्म सारांश से हुई थी। ये वो फिल्म थी जिसने अनुपम के करियर को सही मुकाम दिया था। दोनों अच्छे दोस्त होते हुए भी राजनीतिक विचारधाराओं के बाद भी दोनों का दिल एक दूसरे से लिए गर्व से भर जाता है।
अनुपम खेर को बॉलीवुड में सारांश फिल्म से महेश ने ही लॉन्च किया था। अनुपम जहां पीएम मोदी के समर्थक हैं तो वहीं महेश एक उदार और धर्मनिरपेक्ष राजनीति विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में अनुपम की किताब लेसम्स लाइफ थॉट मी अननोनली की लॉन्चिंग हुई है।
इस लॉन्चिंग के मौके पर खुद महेश भट्ट भी पहुंचे थे। इस दौरान महेश और अनुपम से कुछ सवाल भी किए गए जिनका उन्होंने बेवाकी से जवाब दिया है। इस दौरान महेश से सवाल किया गया कि राजनीति में विपरीत विचारधाराओं के बावजूद ऐसा क्या है, जो उन्हें एक साथ रखता है।
इस पर महेश ने कहा है कि मुझे खुशी है कि ये सवाल किया गया। हमारे राजनीतिक विचार अलग होने के बाद भी आप हमारे बारे में जो चाहें सोच सकते हैं। मुझे याद है 2014 में आम चुनावों से पहले करण थापर जो एक पत्रकार है ने इंटरव्यू किया था और हमें एक दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश की थी।
गौरबतल है कि 1984 में आई महेश भट्ट की फिल्म 'सारांश' में अनुपम ने एक बुजुर्ग का किरदार निभाया था जो उनके करियर की बेस्ट परफॉरमेंस साबित हुई। इसके बाद से ही महेश और अनुपम बहुत अच्छे दोस्त हैं और ये दोस्ती आज तक बरकरार है।