'अफगानिस्तान में महिलाएं केवल फर्टिलिटी की मशीन बन कर रह जाएंगी, लवयात्री फेम वरीना हुसैन ने जताई चिंता
By अनिल शर्मा | Published: August 23, 2021 04:36 PM2021-08-23T16:36:55+5:302021-08-23T16:39:08+5:30
अफगानिस्तान की हालात और महिलाओं के प्रति तालिबान की क्रूरता को लेकर वरीना ने कहा, 20 सालों में अफगानिस्तान में जो विकास हुआ, वह सब बेकार हो गया। वह फिर से पुरानी स्थिति में पहुंच गया है।
मुंबईः सलमान खान के बहनोई आयुष शर्मा के साथ लवयात्री से बॉलीवुड में डेब्यू करने वालीं अभिनेत्री वरीना हुसैन ने तालिबानी कब्जे के बाद अफगानिस्तान की महिलाओं को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में महिलाएं सिर्फ फर्टिलिटी मशीन बनकर रह जाएंगी।
वरीना हुसैन इराकी पिता और अफगानी मां की संतान हैं। साल 2013 में उन्होंने दिल्ली में मॉडलिंग की शुरुआत की। 20 साल पहले यानी साल 1999 को काबुल में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे और मौजूदा दौर के हालात पर अपनी राय रखी।
वरीना ने कहा कि 20 साल पहले भी हालात ऐसे ही थे। उस वक्त भी वहां चल रही जंग के कारण उनके परिवार को देश छोड़ना पड़ा था। इस समय अफगानिस्तान में जो हो रहा है, वह लगभग वैसा ही है जैसा 20 साल पहले उनके परिवार के साथ हुआ था। वरीना ने बताया कि उनके परिवार ने मजबूरी में अफगानिस्तान छोड़ा था।
वरीना 20 साल पहले परिवार के साथ भारत आई थीं तब से यहीं हैं। भारत की तारीफ करते हुए वरीना ने कहा कि वे किस्मती हैं कि भारत ने उन्हें स्वीकार कर लिया है और अब यही उनका का घर है। उन्होंने यह भी कहा कि एक खुशहाल जिंदगी के लिए एक देश से दूसरे देश में पलायन करना बहुत मुश्किल काम है।
अफगानिस्तान की हालात और महिलाओं के प्रति तालिबान की क्रूरता को लेकर वरीना ने कहा, 20 सालों में अफगानिस्तान में जो विकास हुआ, वह सब बेकार हो गया। वह फिर से पुरानी स्थिति में पहुंच गया है। वरीना ने अफसोस जताते हुए कहा कि, तालिबान के राज में अफगानिस्तान में महिलाएं केवल फर्टिलिटी की मशीन बन जाएंगी।
अभिनेत्री ने कहा, युवाओं के मन में बदले की भावना और नफरत घर कर जाएगी। वरीना के अनुसार, अफगानिस्तान से इमरजेंसी इमिग्रेशन हो सकता है। हजारों अफगानी शरण के लिए पड़ोसी देशों में जा सकते हैं। नए देश में अपने लिए जगह तलाश करना बहुत मुश्किल होता है।