खुदा गवाहः अफगानिस्तान में फिल्म की शूटिंग से डर गई थीं अमिताभ बच्चन की मां, मुजाहिदीन ने एक दिन के लिए रोकी थी लड़ाई
By अनिल शर्मा | Updated: August 16, 2021 15:15 IST2021-08-16T14:14:47+5:302021-08-16T15:15:42+5:30
खुदा गवाह की शूटिंग के लिए अफगानिस्ता जाने की सारी तैयारियां हो गईं। लेकिन इसी बीच अमिताभ के अफगान जाने की भनक उनकी मां तेजी बच्चन को लग गई। उन्होंने सीधे फिल्म के निर्मात मनोज देसाई को फोन मिलाया और खूब खरीखोटी सुनाया था।

खुदा गवाहः अफगानिस्तान में फिल्म की शूटिंग से डर गई थीं अमिताभ बच्चन की मां, मुजाहिदीन ने एक दिन के लिए रोकी थी लड़ाई
अफगानिस्तान की पहाड़ी-पथरीली जमीन उस दौर में भी खून से रंगी थी। उस समय भी हालात अच्छे नहीं थे। अफगानिस्तान सरकार और मुजाहिदीन के बीच जंग बदस्तूर जारी थी। ऐसे भयावह हालात में भी अमिताभ बच्चन चाहते थे कि उनकी फिल्म खुदा गवाह की शूटिंग अफगानिस्तान में हो। बात तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी तक पहुंची। राजीव गांधी के अफगानिस्ता के तत्कालीन राष्ट्रपति नजीबुल्लाह से काफी अच्छे संबंध थे।
अफगानिस्तान में शूटिंग को लेकर तेजी बच्चन ने खुदा गवाह के निर्माता मनोज देसाई को हड़काया था
शूटिंग के लिए अफगानिस्ता जाने की सारी तैयारियां हो गईं। लेकिन इसी बीच अमिताभ के अफगान जाने की भनक उनकी मां तेजी बच्चन को लग गई और उन्होंने सीधे फिल्म के निर्माता मनोज देसाई को फोन मिलाया। मनोज देसाई को हड़काते हुए तेजी बच्चन ने कहा कि 'अगर मेरे बेटे को कुछ हुआ तो तुम भारत लौटकर मत आना और वहीं पर खुदकुशी कर लेना!' इसी आशंका में श्रीदेवी की मां ने भी मनोज देसाई को फोन कर खूब खरीखोटी सुनाई थी। हालांकि अमिताभ बच्चन ने अपनी और श्रीदेवी की मां को किसी तरह समझाया।
अमिताभ बच्चन सहित पूरी फिल्म की यूनिट काबुल एयरपोर्ट पर उतरी तो वहां हर कलाकार को हथियारों से लैस 2-2 अंगरक्षक दिए गए। उधर, अफगानिस्तान और कबाइली लड़ाकों के बीच जंग जारी थी। ऐसे में तत्कालीन राष्ट्रपति नजीब की बेटी ने अपने पिता से गुजारिश करते हुए कहा कि वे मुजाहिदीन से कहें कि एक दिन के लिए लड़ाई बंद कर दें
अमिताभ बच्चन खातिर एक दिन के लिए रोक दी गई थी जंग
तब नजीबुल्लाह ने मुजाहिदीन से गुजारिश की और कहा, बच्ची चाहती थी कि अमिताभ बच्चन जैसा इतना बड़ा स्टार भारत से अफगानिस्तान आया है तो अगर लड़ाई बंद रहेगी तो वो शहर में घूम पाएँगे और लोग भी उन्हें देख पाएँगे। मुजाहिदीन भी अमिताभ बच्चन को पसंद करते थे लिहाजा उन्होंने गुजारिश मानते हुए एक दिन के लिए जंग रोक दी।
अफगानिस्ता में खुदा गवाह की शूटिंग के दिनों को याद कर अमिताभ बच्चन ने बताया था, राष्ट्रपति नजीबुल्लाह हिंदी फिल्मों के बहुत बड़े प्रशंसक थे। वो मुझसे मिलना चाहते थे और हमें वहाँ शाही तरीके से रखा गया। हमें उस खूबसूरत इलाके में हवाई जहाज के जरिए और सुरक्षा गार्डों के साथ घुमाया गया। हमें होटल में नहीं रहने दिया जाता था। एक परिवार ने अपना घर हमारे लिए खाली कर दिया और खुद एक छोटे घर में रहने चले गए।
अमिताभ ने उस दौर को याद करते हुए आगे कहा था, सुरक्षा की दिक्कत थी। सड़कों पर हर जगह टैंक और सैनिक थे लेकिन वो एक यादगार दौरा था। हमारी फिल्म यूनिट को एक कबीले के नेता ने आमंत्रित किया था। मैं डैनी के साथ चॉपर से गया था, आगे पीछे पाँच हेलीकॉप्टर। ऊपर से पहाड़ों का नजारा गजब था।