ब्रह्मास्त्र को लेकर कंगना रनौत का दावा, मेकर्स पर एडवांस बुकिंग में टिकट खरीदने का लगाया आरोप
By मनाली रस्तोगी | Published: September 10, 2022 01:41 PM2022-09-10T13:41:32+5:302022-09-10T13:44:40+5:30
कंगना रनौत ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर दावा किया कि ब्रह्मास्त्र के मेकर्स ने मूवी रिव्यू को खरीदा है और हो सकता है कि वो वे फेकली बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भी कर सकते हैं क्योंकि उन्होंने एडवांस बुकिंग में कॉर्पोरेट टिकट खरीदने पर एक बड़ी राशि खर्च की है।
मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अक्सर ही अपने बेबाक अंदाज के कारण सुर्खियां बटोरते हुए नजर आती हैं। इसी क्रम में एक बार फिर एक्ट्रेस चर्चा का विषय बनी हुई हैं। दरअसल, आलिया भट्ट और रणबीर कपूर स्टारर फिल्म ब्रह्मास्त्र बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी है। फिल्म को दर्शकों से काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। इस बीच कंगना भट्ट और कपूर खानदान पर निशाना साधते हुए नजर आईं।
कंगना रनौत ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर दावा किया कि ब्रह्मास्त्र के मेकर्स ने मूवी रिव्यू को खरीदा है और हो सकता है कि वो वे फेकली बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भी कर सकते हैं क्योंकि उन्होंने एडवांस बुकिंग में कॉर्पोरेट टिकट खरीदने पर एक बड़ी राशि खर्च की है। एक्ट्रेस ने अपने पोस्ट में कहा कि निर्देशक अयान मुखर्जी ने ब्रह्मास्त्र बनाते समय 600 करोड़ रुपये जलाए हैं।
अपनी बात को जारी रखते हुए बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने यह भी खुलासा किया कि निर्देशक अयान मुखर्जी ने ब्रह्मास्त्र बनाते समय 600 करोड़ रुपये जलाए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि निर्देशक को फिल्म बनाने में 12 साल लगे, 14 डीओपी (फोटोग्राफी के निदेशक) की जगह ली, 400 दिनों से अधिक की शूटिंग की और 85 एडी (सहायक निदेशक) को बदल दिया।
कंगना ने यह भी दावा किया कि ब्रह्मास्त्र के निर्माताओं ने दक्षिण अभिनेताओं, लेखकों और निर्देशकों से अपनी फिल्म को बढ़ावा देने के लिए भीख मांगी, लेकिन वे सक्षम लेखक, निर्देशकों, अभिनेताओं और अन्य प्रतिभाओं को काम पर नहीं रखेंगे। कंगना ने कहा कि जो लोग अयान को जीनियस कह रहे हैं उन्हें तुरंत जेल में डाल देना चाहिए।
उन्होंने निर्माताओं पर अंतिम समय में रणबीर के चरित्र का नाम जलालुद्दीन रूमी से शिवा में बदलकर धार्मिक भावनाओं का शोषण करने का आरोप लगाया। ब्रह्मास्त्र के निर्माताओं को अवसरवादी, रचनात्मकता से वंचित, सफलता के भूखे और लालची लोगों के रूप में लेबल करते हुए कंगना ने कहा कि यह हेरफेर नहीं है, बल्कि 'दिन को रात और रात को दिन' कहने की एक सोची-समझी रणनीति है।