अभिनेता शाहरूख खान को हाल ही में कलिंग सेना के द्वारा पुरुष हाकी विश्व कप के उद्घाटन सामारोह में मुंह पर स्याही फेंकने की धमकी दी गई थी। लेकिन अब इस धमकी को स्थानीय संगठन कलिंग सेना ने वापस ले लिया है। कलिंग सेना ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन वापस लेने की घोषणा की।
कलिंग सेना के कार्यकर्ताओं और अधिकारियों की सोमवार को हुई बैठक में फिलहाल शाहरूख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को वापस लेने का फैसला किया गया। पुरुष हाकी विश्व कप जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के दौरान राज्य और देश की छवि को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया।
कलिंग सेना के प्रमुख हेमंत रथ ने पीटीआई से कहा, हाकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद और राज्य सरकार के आग्रह को देखते हुए हमने फिलहाल विरोध प्रदर्शन वापस लेने का फैसला किया है।
हाकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने ईमेल के जरिए संगठन से अपील की थी कि वह इस बालीवुड अभिनेता के राज्य के दौरे के दौरान उन पर स्याही फेंकने की धमकी वापस ले।शाहरूख के मंगलवार को कलिंग स्टेडियम में उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने की उम्मीद है।
जानें क्या है मामला
दरअसल ये मामला 17 साल पुराना है। कलिंगा सेना के मुताबिक 2001 में आई शाहरुख की फिल्म असोका के जरिए उन्होंने ओडिशा का अपमान किया था। यही कारण है अब काली स्याही फेंक कर और काले झंडे दिखा कर विरोध करेंगे।
27 नंवबर को पुरुषों का हॉकी विश्वकप भुवनेश्वर में है जिसमें शाहरुख खान जाएंगे। ये आपनिंग सेनेमनी कलिंगा स्टेडियम में होनी है। ऐसे में कलिंगा सेना के अध्यक्ष हेमंत रथ ने किंग खान से माफी की मांग की है। उन्होंने 11 नवंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी जिसमें आरोप लगाया कि फिल्म शाहरुख़ खान की फिल्म असोका में कलिंग युद्ध को गलत तरीके से दिखाया गया था । उससे राज्य के लोगों की भावनाओं को ठोस पहुंचा है।
वहीं, इस तरह से खुले आम शाहरुख को धमकी मिलने के बाद ओडिशा पुलिस का कहना है कि सभी वीवीआईपीज़ के लिए कड़ी सुरक्षा की जा रही है। 2001 में जब असोका रिलीज हुई थी उस वक्त भी ओडिसा में जमकर बवाल हुआ था और फिल्म राज्य में रिलीज नहीं हो पाई थी।