Jabariya Jodi Movie Review: सीरियस मुद्दे से शुरू होकर कहीं खो सी जाती है फिल्म, बिखरी हुई है सिद्धार्थ-परिणीति की 'जबरिया जोड़ी' की कहानी
By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: August 9, 2019 09:12 AM2019-08-09T09:12:28+5:302019-08-09T09:12:28+5:30
प्रशांत सिंह ने फिल्म को डायरेक्ट किया है. प्रशांत की यह डेब्यू फिल्म है। इस से पहले प्रशांत डायरेक्टर आनंद एल राय के साथ असिस्टेंट के तौर पर लम्बे समय तक काम कर चुके हैं.
फिल्म - जबरिया जोड़ी
स्टार्स - सिद्धार्थ मल्होत्रा, परिणीति चोपड़ा
डायरेक्टर - प्रशांत सिंह
रेटिंग - 2 / 5
काफी लम्बे समय से सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा के फैन्स उन्हें साथ में सिल्वर स्क्रीन पर देखने को बेताब थे. दोनों को साथ में आखरी बार साल 2014 में आई फिल्म हंसी तो फंसी में देखा गया था. अब सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा की फिल्म जबरिया जोड़ी आज सिनेमा घरो में रिलीज़ हो गई है.
फिल्म की कहानी बिहार में हो रहे पकड़वा विवाह पर आधारित है. इस प्रथा के अनुसार लड़के को किडनैप करके जबरन उसकी शादी करा दी जाती है. इस फिल्म का सब्जेक्ट चर्चा में था. यह एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है.
फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा अभय सिंह नाम के बाहुबली गुंडे के किरदार में है जो दहेज के लालची दूल्हों की जबरदस्ती शादी कराता है. वहीं फिल्म में परिणीति चोपड़ा बबली यादव के किरदार में है जो दबंग, चुलबुली और तीखे तेवर वाली है. अभय चुनाव लड़ना चाहते है तो वही बबली उनसे शादी. क्या बबली अभय से शादी कर पायेगी? या वो अभय के साथ जबरन शादी रचाएगी. इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी.
सिद्धार्थ मल्होत्रा पूरी कोशिश करते है अपने अंदर वो देसिपन लाने की लेकिन वो फ़ेल हो जाते है. बिहारी एक्सेंट में डायलॉग बोलने की उन्होंने बहुत मेहनत लेकिन आप उनसे कनेक्ट नहीं कर पाते है. उनके मुंह से हर डायलॉग ज़बरदस्ती का लगता है. इस फिल्म के लिए वो मिसफिट है.
वही परिणीती चोपड़ा गाँव की मॉडर्न लड़की है जो ना तो आपको पूरी तरह से देसी लगती है ना मॉडर्न क्यूंकि उनकी एक्टिंग स्टाइलिश कपड़ों और मेकअप में दबकर रह गई. फिल्म में संजय मिश्रा, पारशक्ति खुराना, नीरज सूद, जावेद जाफरी, और शीबा चड्डा भी है.
प्रशांत सिंह ने फिल्म को डायरेक्ट किया है. प्रशांत की यह डेब्यू फिल्म है। इस से पहले प्रशांत डायरेक्टर आनंद एल राय के साथ असिस्टेंट के तौर पर लम्बे समय तक काम कर चुके हैं. फिल्म के डायरेक्शन में बहुत कमी है क्यूंकि कैमरे पर पूरी तरह से बिहार को इस्टैब्लिश नहीं कर पाते. फिल्म के शुरुआत पकड़वा विवाह जैसे गंभीर मुद्दे से शुरू होती है और बीच में कही खो जाती.
अंत तक आते आते फिल्म एक लव स्टोरी बन जाती है जिसकी वजह से आप कनेक्ट नहीं कर पाते है. यही फिल्म की सबसे बड़ी प्रॉब्लम है. फिल्म में कुछ वन लाइनर डायलॉग है. कुछ तो फनी है लेकिन कुछ बहुत बोझिल है.
ओवर आल फिल्म की कहानी बहुत बिखरी हुई. इसके साथ मिसफिट कास्टिंग की वजह फिल्म सब्जेक्ट के साथ न्याय नहीं करती. फिल्म जबरिया जोड़ी ना तो इतने गंभीर मुद्दे को ढंग से दिखा पाती है न ही कॉमिडी का डोज दे पाती है.