इरफान के अब्बा कहते थे, 'पठान परिवार में ब्राह्मण पैदा हो गया है', पढ़ें ऐसे ही कुछ एक्टर के अनसुने किस्से
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: April 29, 2020 14:04 IST2020-04-29T14:04:00+5:302020-04-29T14:04:00+5:30
इरफान खान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है। उनके पिता टायर का व्यापार करते थे। आइए जानते हैं एक्टर की कुछ खास बातें-

इरफान के अब्बा कहते थे, 'पठान परिवार में ब्राह्मण पैदा हो गया है', पढ़ें ऐसे ही कुछ एक्टर के अनसुने किस्से
बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में अपनी एक्टिंग का लोहा मजवाने वाले एक्टर इरफान पठान ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया है। इरफान के यूं चले जाने से हर कोई दुख में डूब गया है। फैंस को भरोसा ही नहीं हो रहा है कि एक्टर यूं चला गया है। इरफान ने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अपनी अंति सांस ली है।मंगलवार को उन्हें कॉलन इन्फेक्शन (Colon infection) की शिकायत पर भर्ती करवाया गया था। लंबे समय तक ब्रेन कैंसर से लड़ रहे इरफान पिछले साल ही लंदन में इलाज करवा कर वतन लौटे थे।उनका पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है। उनके पिता टायर का व्यापार करते थे। आइए जानते हैं एक्टर की कुछ खास बातें-
- पठान परिवार के होने के बावजूद इरफान बचपन से ही शाकाहारी हैं। उनके पिता उन्हें हमेशा यह कहकर चिढ़ाते थे कि पठान परिवार में ब्राह्मण पैदा हो गया।
-इरफान खान का शुरुआती दौर संघर्षों से भरा था। जब उनका एनएसडी में प्रवेश हुआ और उन्हीं दिनों उनके पिता की मृत्यु हो गई। जिसके बाद इरफान को घर से पैसे मिलने बंद हो गए। जिसके बाद एनएसडी से मिलने वाली फेलोशिप के जरिए उन्होंने अपना कोर्स खत्म किया।
-इरफान ने जब सुतपा सिकंदर (इरफान की पत्नी) से शादी का फैसला किया तो वो उनके लिए धर्म बदलने के लिए भी तैयार हो गए थे लेकिन सुतपा के घरवाले दोनों की शादी के लिए तैयार हो गए। जिसके बाद इरफान को धर्म बदलने की जरूरत नहीं पड़ी।

-इरफान खान को फिल्म 'पान सिंह तोमर' के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। 2011 में भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।
-90 के दशक में गुलजार साहब। दूरदर्शन के लिए एक सीरियल बना रहे थे-किरदार। जिसमें ओमपुरी के साथ उन्होने दमदार अभिनय पेश किया।
- स्टार प्लस पर का शो एक शाम की मुलाकात, जिसमें भी इरफान खान भी अहम भूमिका में थे, ये सीरियल, गुजराती लेखक चंद्रकांत देसाई की कहानी- एक सांझ नी मुलाकात पर आधारित था। इसे तिग्मांशु धूलिया ने डायरेक्ट किया था। वही तिग्मांशु जिन्होंने बाद में इरफान को लेकर हासिल, पान सिंह तोमर जैसी फिल्म बनाई।
-इरफान खान की आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम थी इस फिल्म में को लॉकडाउन के ठीक पहले रिलीज किया गया इस कारण से फैंस ने इसको थिएटर में नहीं देख पाया था। इस फिल्म के हमेशा इरफान को याद किया जाएगा।
