नेपोटिज्म पर गोविंदा ने भी तोड़ी चुप्पी, दिया बड़ा बयान-कहा-अब 4-5 लोग चलाते हैं बिजनेस

By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: July 20, 2020 12:56 IST2020-07-20T12:56:16+5:302020-07-20T12:56:16+5:30

गोविंदा (Govinda) ने बॉलीवुड (Bollywood) में नेपोटिज्म (Nepotism) पर बात करते हुए बताया कि करियर के शुरुआती दौर में उन्हें किस तरह संघर्ष करना पड़ा था।

Govinda on camps in Bollywood : Unlike earlier, these days 4-5 people dictate the business; some of my films also didn’t get proper release | नेपोटिज्म पर गोविंदा ने भी तोड़ी चुप्पी, दिया बड़ा बयान-कहा-अब 4-5 लोग चलाते हैं बिजनेस

नेपोटिज्म पर गोविंदा का बड़ा बयान (फाइल फोटो)

Highlightsसुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा छाया हुआ हैबॉलीवुड सेलेब्स से लेकर आम लोग तक नेपोटिज्म पर बॉलीवुड के कुछ लोगों को घेरते नजर आ रहे हैं

सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा छाया हुआ है। बॉलीवुड सेलेब्स से लेकर आम लोग तक नेपोटिज्म पर बॉलीवुड के कुछ लोगों को घेरते नजर आ रहे हैं। बार बार कहा जा रहा है कि आउटसाइडर्स के साथ होने वाले बुरे बर्ताव किया जा रहा है। अब नेपोटिज्म की इस लिस्ट में गोविंदा भी शामिल हो गए हैं।

गोविंदा का नेपोटिज्म पर बड़ा खुलासा

90 के दशक में  एक से एक हिट देने वाले गोविंदा ने भी अब इस मुद्दे पर खुलकर बात की है। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार उन्होंने बताया कि डेब्यू के बाद भी उन्हें क्या-क्या झेलना पड़ा है. इसके साथ ही उन्होंने इन दिनों बॉलीवुड (Bollywood) में बन रहे कई कैंप पर भी बात की है। उनका मानना है कि पहले टैलेंट को मौका मिलता था लेकिन अब इंडस्ट्री में सिर्फ 4-5 लोग ही बिजनेस चला रहे हैं।

गोविंदा ने कहा है कि उनके माता-पिता निर्मला देवी और अरुण कुमार आहूजा एक्टर्स होने के बाद भी उन्हें इंडस्ट्री में संघर्ष करना पड़ा है। एक्टर ने कहा कि मेरे पैरेंट्स के बॉलीवुड को छोड़ने और मेरे ज्वाइन करने में 33 साल का अंतर था। मैंने कई प्रोड्यूसर का इंतजार किया था लेकिन मैंने कभी इसे अपने और अपनी कला के बीच आने नहीं दिया था।

इतना ही नहीं गोविंदा का कहना है कि जब उनको लगा कि वो सफल नहीं हो सकेंगे लेकिन उन्होंने राज कपूर, जीतेंद्र, अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और राजेश खन्ना जैसे सुपरस्टार्स की स्ट्रगल से सबक लिया। इतना ही नहीं लोगों ने मुझसे कहा कि राजनीति में जाना मेरे लिए गलत हो गया लेकिन उसके बाद भी मैंने फिल्में की हैं और उन फिल्मों ने अच्छा प्रदर्शन भी किया है।

आज मैं अपने अनुभव से ये कह सकता हूं कि फिल्म एक कला है लेकिन हमने उसे बिजनेस बना दिया है। लोगों को समझना चाहिए कि कलाकार इंसान हैं कोई प्रोडक्ट नहीं हैं। जिनके पास पास टैलेंट है। उन्होंने कहा- 'पहले, जिसमें टैलेंट होता था उसे काम मिलता था लेकिन अब, सिर्फ 4-5 लोग ही इस बिजनेस को चला रहे हैं। वही लोग फिक्स करते हैं कि बाकियों की फिल्म सही से रिलीज होंगी या नहीं क्योंकि यमेरी कई फिल्मों के साथ भी ऐसा हुआ है।

Web Title: Govinda on camps in Bollywood : Unlike earlier, these days 4-5 people dictate the business; some of my films also didn’t get proper release

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