अपने दमदार अभिनय से फैंस के बीच एक अलग छाप छोड़ने वाले वाले गिरीश कर्नाड का 81 साल की उम्र में निधन हो गया है।
टाइगर जिंदा में अभिनेता सलमान खान को अलग-अलग मिशन पर भेजने वाले अभिनेता गिरीश कर्नाड ने आज अपनी अंतिम सांस ली है।पिछली कुछ महीनों से उनका इलाज चल रहा था।
वह पिछली काफी समय से बीमार चल रहे थे और उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था। काफी बीमारी के बाद 81 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा है। फैंस को लिए काफी दुख की खबर है।
गिरीश कर्नाड को 1978 में आई फिल्म भूमिका के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। उन्हें 1998 में साहित्य के प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ अवॉर्ड से नवाजा गया था। गिरीश कर्नाड ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने कर्मशिल सिनेमा के साथ समानांतर सिनेमा के लिए भी जमकर काम किया। हिंदी के साथ ही उन्होंने कन्नड़ फिल्मों के लिए भी काफी योगदान दिया है। भारत सरकार ने उन्हें उनका काम के लिए पद्मश्री और पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा था।
गिरीश ने कन्नड़ फिल्म संस्कार(1970) से अपना एक्टिंग और स्क्रीन राइटिंग डेब्यू किया था। इस फिल्म ने कन्नड़ सिनेमा का पहले प्रेजिडेंट गोल्डन लोटस अवार्ड जीता थाय़ बॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म 1974 में आयी जादू का शंख थी। बॉलीवुड फिल्म निशांत (1975), शिवाय और चॉक एन डस्टर में भी काम किया था।